राजस्थान में अंदरूनी कलह की खबरों के बीच बीजेपी ने राजस्थान की पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे को दिखा दिया बाहर का रास्ता,चुनाव प्रबंधन समितियों में वसुंधरा राजे सिंधिया को जगह नहीं दी गई !
राजस्थान में अंदरूनी कलह की खबरों के बीच बीजेपी ने वसुंधरा राजे को दिखा दिया बाहर का रास्ता !
राजस्थान में विधानसभा चुनाव को लेकर तमाम पार्टियों ने अपनी ओर से तैयारियां शुरू कर दी है, लेकिन बीजेपी अबतक अपनी अंदरूनी लड़ाई नहीं निपटा पाई है। यही वजह है कि बीजेपी की राजस्थान इकाई में अब तक चुनाव अभियान के नेतृत्व को लेकर माथापच्ची हो रही है। बीजेपी में इस बात को लेकर अटकलें तेज हैं कि राज्य में पार्टी के चुनाव अभियान का नेतृत्व कौन करेगा। उधर, पार्टी के कई वरिष्ठ नेता दिल्ली का दौरा कर रहे हैं और वहां डेरा डाले हुए हैं।
न्यूज एजेंसी IANS ने सूत्रों के हवाले से बताया कि पार्टी का केंद्रीय नेतृत्व तमाम नफा-नुकसान पर विचार-विमर्श के बाद जल्द ही यह सूची जारी करेगा। गौरतलब है कि पार्टी आलाकमान ने चुनाव की बागडोर अपने हाथों में पहले ले ली है और इसलिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय मंत्री अमित शाह और राजनाथ सिंह जैसे अन्य नेता पहले से ही राज्य का दौरा कर रहे हैं।
भाजपा आलाकमान ने गुरुवार को चुनावी तैयारी से जुड़े दो महत्वपूर्ण समितियों – प्रदेश संकल्प पत्र समिति और चुनाव प्रबंधन समिति – का ऐलान कर दिया। पार्टी आलाकमान ने केंद्रीय मंत्री अर्जुन राम मेघवाल को संकल्प पत्र समिति का और नारायण पंचारिया को चुनाव प्रबंधन समिति का संयोजक बनाया है।हालांकि, इन दोनों सूचियों की सबसे अधिक हैरानी भरी बात यह रही कि इन दोनों समितियों में राजस्थान की पूर्व मुख्यमंत्री और राजस्थान भाजपा की कद्दावर नेता वसुंधरा राजे सिंधिया को जगह नहीं दी गई है।