भारत में अल्पसंख्यक मुसलमानों के घरो पर चले बुलडोजर मामले के बीच बुलडोजर पर चढ़े बोरिस जॉनसन की खासी फ़ज़ीहत ,बताया बेहद मूर्खतापूर्ण फैसला -एमनेस्टी इंडिया
ब्रिटेन के प्रधान मंत्री द्वारा गुजरात में एक जेसीबी कारखाने का उद्घाटन न केवल मामले को अनदेखा करना है बल्कि इस घटना पर उनकी चुप्पी उनके बहरेपन को भी दर्शाता है-एमनेस्टी इंडिया
एमनेस्टी इंडिया ने अपने ट्वीटर हैंडल से ब्रिटेन के प्रधान मंत्री बोरिस जॉनसन के भारत में अल्पसंख्यक मुसलमानों के घरो पर चले बुलडोजर मामले के बीच गुजरात के कारखाने के दौरे को बेहद मूर्खतापूर्ण फैसला बताते हुए लिखा है की
“उत्तर पश्चिमी दिल्ली के जहांगीरपुरी में मुसलमानों की दुकानों को गिराने के लिए दिल्ली नगर निगम द्वारा जेसीबी बुलडोजर का उपयोग करने की पृष्ठभूमि में, ब्रिटेन के प्रधान मंत्री द्वारा गुजरात में एक जेसीबी कारखाने का उद्घाटन न केवल मामले को अनदेखा करना है बल्कि इस घटना पर उनकी चुप्पी उनके बहरेपन को भी दर्शाता है !
एक और ट्वीट में एमनेस्टी इंडिया ने लिखा है की “भारतीय अधिकारी प्रतिदिन मानवाधिकारों पर शिकंजा कसते जा रहे हैं, यूके सरकार को मूकदर्शक नहीं रहना चाहिए। इसे मानवाधिकारों को चर्चा की मेज पर लाना चाहिए। भारत न्याय के लिए एक और दिन इंतजार नहीं कर सकता।
वहीँ सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बावजूद विध्वंस की कार्यवाही जारी रखने पर भी बेहद गंभीर सवाल उठाते हुए लिखा है “भारत के सर्वोच्च न्यायालय द्वारा अधिकारियों को विध्वंस की कवायद पर रोक लगाने के आदेश के बावजूद और उसकी अवहेलना के बावजूद विध्वंस जारी रहा। जहांगीरपुरी के निवासियों को अपनी संपत्ति बचाने का भी मौका नहीं दिया गया।
आजीविका के अधिकार और भारत में धार्मिक अल्पसंख्यकों के पर्याप्त आवास पर ये खुलेआम हमले सुरक्षित भविष्य की उनकी आशाओं पर हमला है।
In the backdrop of Municipal Corporation of Delhi using JCB bulldozers to raze down shops of Muslims in Northwest Delhi’s Jahangirpuri yesterday, UK Prime Minister's inauguration of a JCB factory in Gujarat is not only ignorant but his silence on the incident is deafening.
1/4— Amnesty India (@AIIndia) April 21, 2022