उत्तरप्रदेश

बजरंग दल के पदाधिकारियों ने थाना प्रभारी को हटाने के लिए कटवाई गाय, फिर गोकशी को लेकर किया हंगामा और थाने का घेराव,जानिये कैसे रची थी साजिश !.

गोकशी के मामले में मुरादाबाद पुलिस ने तीन लोगों को गिरफ्तार किया है। उसने पूछताछ में कई प्रकार के खुलासे हुए हैं। दरअसल थाना प्रभारी को हटवाने के लिए बजरंग दल के पदाधिकारियों ने ही गोकशी की घटनाओं को अंजाम दिलाया था।

इस मामले में पुलिस ने बजरंग दल के जिला प्रमुख मोनू विश्नोई सहित चार आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। कोर्ट में पेश करने के बाद सभी को जेल भेज दिया गया। वहीं दूसरी ओर आरोपियों से साठगांठ में छजलैट थाने के दरोगा को भी सस्पेंड किया गया है।

मामला छजलैट क्षेत्र का है। एसएसपी हेमराज मीणा ने बुधवार को पुलिस लाइन में पत्रकारों से बातचीत के दौरान गोकशी की घटनाओं का खुलासा किया। उन्होंने बताया कि छजलैट थाना क्षेत्र के समदपुर गांव के पास कांवड़ पथ पर 16 जनवरी को गोवंशीय पशु के अवशेष मिले थे। इस मामले में पुलिस ने रिपोर्ट दर्ज की थी। इसके बाद 28 जनवरी की रात चेतरामपुर गांव के जंगल में गोकशी की घटना हुई। इस घटना का लाइव वीडियो बनाकर शासन के अधिकारियों के साथ ही डीएम को ट्वीट करके कार्रवाई की मांग की गई थी। घटना का पर्दाफाश करने के लिए एसएसपी ने एसपी देहात संदीप कुमार मीना, सीओ कांठ अंकित तिवारी और छजलैट थाना प्रभारी सतेन्द्र शर्मा के नेतृत्व में टीम गठित की।

पुलिस ने इस मामले में सबसे पहले चेतरामपुर गांव निवासी शहाबुद्दीन को गिरफ्तार किया। उसने बताया कि कांठ थाना क्षेत्र के रसूलपुर छज्जूपुर गांव निवासी मोनू विश्नोई बजरंग दल का जिला प्रमुख है। कुछ दिन पहले वह अपने साथी रमन चौधरी निवासी खानपुर मुजफ्फरपुर छजलैट, राजीव चौधरी निवासी चक पचोकरा छजलैट के साथ मिला था। आरोपियों ने कहा कि छजलैट थाना प्रभारी उनकी बात नहीं मानते हैं। लिहाजा उन्हें हटाने के लिए गोकशी की घटनाएं करनी होंगी। आरोपियों ने उसे दो हजार रुपये भी दिए। आरोपी शहाबुद्दीन ने अपने साथी नईम निवासी सिकरी छजलैट को वही रुपये देकर कांवड़ पथ पर गोवंशीय पशु के अवशेष रखवा दिए थे। इस घटना के बाद ही बजरंग दल के जिला प्रमुख मोनू विश्नोई, प्रखंड अध्यक्ष राजीव चौधरी ने साथियों के साथ मिलकर छजलैट थाना प्रभारी को हटाने के लिए कांठ तहसील में विरोध-प्रदर्शन किया था। प्रदर्शन के बाद भी कार्रवाई नहीं होने पर आरोपियों ने दोबारा से साजिश रची।

शहाबुद्दीन ने 28 जनवरी की रात दूसरे साथी जमशेद के साथ मिलकर चेतरामपुर गांव निवासी कमला देवी के घर के बाहर बंधी गाय को चोरी कर लिया। इसके बाद जंगल में जाकर दोनों ने उसे काट दिया। इस दौरान आरोपी सुमित उर्फ मोनू, राजीव चौधरी और रमन चौधरी ने गाय काटते हुए वीडियो बनाया। उसे उन्होंने उच्च अधिकारियों के एक्स अकाउंट में ट्वीट करते हुए शिकायत की। आरोपियों ने केवल मुरादाबाद पुलिस को छोड़कर सभी अधिकारियों के एक्स अकाउंट में ट्वीट किया। घटना में शामिल दो आरोपी जमशेद और नईम अभी फरार हैं। इस मामले में दरोगा नरेंद्र को आरोपियों से साठगांठ के चलते निलंबित किया गया।

एसएसपी हेमराज मीणा ने बताया कि पुलिस की जांच के दौरान पता चला कि आरोपियों से थाने का एक दरोगा भी मिला था। वह उनको पुलिस की हर एक गतिविधि के बारे में जानकारी देता था। सीडीआर रिपोर्ट में दरोगा का नंबर सामने आने के बाद एसएसपी हेमराज मीणा ने छजलैट थाने में तैनात दारोगा नरेंद्र कुमार को निलंबित करने की कार्रवाई की। इसके साथ ही उनके खिलाफ विभागीय जांच के आदेश दिए हैं।

बुधवार को बजरंग दल के दो प्रमुख पदाधिकारियों की गिरफ्तारी के बाद छजलैट थाने का घेराव करके संगठन के पदाधिकारियों ने प्रदर्शन किया। प्रदर्शन कर रहे लोगों ने पुलिस पर गलत तरीके से संगठन के पदाधिकारियों को फंसाने का आरोप लगाया। सूचना मिलने पर ठाकुरद्वारा सीओ राजेश कुमार तिवारी तीन थाना प्रभारियों और पीएसी बल के साथ मौके पर पहुंचे। इस दौरान उन्होंने प्रदर्शन कर रहे लोगों को समझा-बुझाकर शांत करा दिया।

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