उत्तरप्रदेश

मोदी और शाह भाजपा में एक नेता तक नहीं बना पाए,हर प्रदेश में कांग्रेस की बैसाखी पे टिकी BJP, हिमाचल में सदन से अयोग्य ठहराए गए छह पूर्व कांग्रेस विधायकों को टिकट देने के बाद पूर्व मंत्री ने छोड़ी भाजपा !

हिमाचल प्रदेश में पूर्व मंत्री और लाहौल एवं स्पीति विधानसभा क्षेत्र से बीजेपी के नेता राम लाल मरकंडा ने मंगलवार को कांग्रेस के बागी रवि ठाकुर को बीजेपी से मैदान में उतारे जाने के विरोध में पार्टी की प्राथमिक सदस्यता ने त्यागपत्र दे दिया। पिछले विधानसभा चुनाव में ठाकुर ने मरकंडा को इस सीट पर हराया था।

मरकंडा ने कहा, ‘‘मैंने आज अपने समर्थकों के साथ बीजेपी छोड़ दी है और निश्चित रूप से विधानसभा चुनाव लड़ूंगा। भविष्य की रणनीति तैयार करने के लिए आज रात लाहौल एवं स्पीति कोर कमेटी की बैठक बुलाई गई है।’’ उन्होंने कहा कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि बीजेपी ऐसे लोगों को अपने साथ ले रही है जो आरक्षण के खिलाफ हैं और जिन्होंने अतीत में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के खिलाफ अपशब्द कहे थे। उन्होंने कहा, ‘‘मेरे कांग्रेस पार्टी से चुनाव लड़ने की संभावना है। मेरे लोग चाहते हैं कि मैं लाहौल एवं स्पीति के विकास के लिए चुनाव लड़ूं।’

वहीं पत्रकारों से बातचीत में मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने भी कहा कि बीजेपी के कुछ नेता कांग्रेस के संपर्क में हैं। पूर्व मंत्री मरकंडा लाहौल एवं स्पीति से बीजेपी के टिकट के प्रबल दावेदार थे। उन्होंने बीजेपी से इस्तीफा दे दिया क्योंकि बीजेपी ने कांग्रेस के बागी रवि ठाकुर को विधानसभा क्षेत्र से उपचुनाव के लिए उम्मीदवार घोषित किया गया है।

बीजेपी द्वारा सदन से अयोग्य ठहराए गए सभी छह पूर्व कांग्रेस विधायकों को विधानसभा टिकट देने की घोषणा के कुछ ही समय बाद मरकंडा ने पार्टी छोड़ दी और घोषणा की कि वह संभवतः कांग्रेस उम्मीदवार के रूप में लाहौल एवं स्पीति से उपचुनाव लड़ेंगे। मरकंडा जय राम ठाकुर के नेतृत्व वाली पिछली बीजेपी सरकार के दौरान कृषि और जनजातीय विकास मंत्री थे। वह 2022 के विधानसभा चुनाव में रवि ठाकुर से 1542 वोटों के अंतर से हार गए थे, जो उस समय कांग्रेस में थे।

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