“तुम नीची जाति के हो,तुम प्रसाद के हकदार नहीं ” खाली पैर धोने से काम नहीं चलेगा पूरी व्यवस्था को धोना पड़ेगा, मध्य प्रदेश के सागर में दलितों को मंदिर में भंडारा खाने से रोका !
खाली पैर धोने से काम नहीं चलेगा पूरी व्यवस्था को धोना पड़ेगा,मध्य प्रदेश के सागर में दलितों को मंदिर में भंडारा खाने से रोका !
अभी एक दिन भी नहीं बीता जब राज्य में मुख्यमंत्री आदिवासी युवक के साथ हुए व्यवहार को लेकर अपना दुःख प्रकट कर रहे थे माफ़ी मांग रहे थे ,घंटे के भीतर राज्य में फिर एक समाज को शर्मसार करने वाली घटना सामने आयी है !
बताया जा रहा है कि सागर जिले के सेमरा गांव में राम जानकी मंदिर में चार जुलाई को भंडारा था। मंदिर में आयोजित भंडारा में खाने पहुंचे दलित परिवार को प्रसाद नहीं लेने दिया गया। दलित परिवार ने गांव के उच्च जाति समुदाय से संबंधित दो लोगों पर उन्हें प्रसाद देने से इनकार करने और उन पर फेंकने का भी आरोप लगाया है।
पीड़ित दलितों ने कहा कि पूरे गांव से दान और अनाज इकट्ठा करके सामुदायिक भोज (भंडारा) की व्यवस्था की गई थी। दलित समुदाय के सदस्यों ने भी योगदान दिया था। जब भंडारे का दिन तय हुआ तो हमलोग भी मंदिर पहुंचे। इस दौरान गांव के निवासी बब्लू कुशवाहा और राम भजन यादव ने दलित महिलाओं और बच्चों पर प्रसाद फेंक दिया। आरोपियों ने भंडारा खा रहे लोगों के साथ दलित को न बैठने की चेतावनी भी दी।