उत्तरप्रदेश

कांग्रेस के मास्टर स्ट्रोक के आगे मोदी की साम्प्रदायिक ध्रुवीकरण के राजनीति फेल .उत्तर प्रदेश में भी सुलग रहा है पुरानी पेंशन बहाली का मुद्दा ,लखनऊ में रेलवे कर्मचारियों के साथ राज्य व केंद्रीय कर्मचारी सड़क पर !

कांग्रेस के मास्टर स्ट्रोक के आगे मोदी की साम्प्रदायिक ध्रुवीकरण के राजनीति फेल .उत्तर प्रदेश में भी सुलग रहा है पुरानी पेंशन बहाली का मुद्दा ,लखनऊ में रेलवे कर्मचारियों के साथ राज्य व केंद्रीय कर्मचारी सड़क पर !

लखनऊ में  25 दिसंबर को जन कंवेशन का आयोजन किया गया। जन कंवेंशन के मुख्य अतिथि एनएमओपीएस के राष्ट्रीय अध्यक्ष विजय कुमार बंधू ने कहा कि आज पुरानी पेंशन बहाली देश भर में सरकारी कर्मचारियों के लिए सबसे बड़ा मुद्दा है।

 

हिमाचल में कांग्रेस की नई सरकार ही पुरानी पेंशन के मुद्दे पर बनी है। फ़्रंट अगेंस्ट एनपीएस इन रेलवे FANPSR राष्ट्रीय महासचिव कॉम राजेंद्र पाल ने कहा कि “फ्रंट अगेंस्ट एनपीएस इन रेलवे” रेलवे कर्मचारियों के बीच नेशनल मूवमेंट फॉर ओल्ड पेंशन स्कीम NMOP S के साथ मिलकर पुरानी पेंशन बहाली के लिए संघर्षरत है। हमारा लक्ष्य है लोकसभा चुनाव से पहले किसी भी कीमत पर पुरानी पेंशन बहाल कराना हैं !

जन कंवेंशन में “नेशनल मूवमेंट टू सेव रेलवे” NMSR के *राष्ट्रीय प्रचार सचिव डॉ कमल उसरी ने कहा कि भारतीय रेलवे जिन आम जनता को तमाम सुविधाएं देती है, उस आम आवाम की भागीदारी के साथ रेलवे के निजीकरण के खिलाफ लड़ाई को जनता की लड़ाई बनाकर निजीकरण को रोकेंगे।

वक्ताओं ने कहा जब देश में कोविड संकट के समय सब कुछ बंद था, तब हम सभी रेलवे कर्मचारी हजारों की संख्या में शहादत देते हुए देशहित में ऑक्सीजन, दवाएं, खाद्य सामग्री सहित जरूरी सामान देश के एक कोने से दूसरे कोने तक पहुंचाया। लेकिन हमारे बुढ़ापे का सहारा पुरानी पेंशन सरकार द्वारा हमसे छीन ली गई है। इसीलिए FANPSR/NMOPS के नेतृत्व में पुरानी पेंशन बहाली के लिए हम लोग शांतिपूर्ण लोकतांत्रिक तरीके से लगातार संघर्ष जारी किए हुए हैं। आज पुरानी पेंशन बहाली एक बड़ा राजनीतिक मुद्दा बन गया है। भाजपा का हिमाचल प्रदेश में हार का मुख्य कारण पुरानी पेंशन बहाली रही है।

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