कर्नाटक में बिजली दरों को लेकर भाजपा प्रोपोगंडा की खुली पोल ,कांग्रेस नहीं भाजपा की बोम्मई सरकार ने ही बढ़ाई थीं बिजली दरें !
कर्नाटक में बिजली दरों को लेकर भाजपा प्रोपोगंडा की खुली पोल ,कांग्रेस नहीं भाजपा की बोम्मई सरकार ने ही बढ़ाई थीं बिजली दरें !
कर्नाटक में बिजली दरों में बढ़ोत्तरी को लेकर खूब हो-हल्ला हो रहा है और इसके लिए कांग्रेस सरकार की आलोचना हो रही है कि मुफ्त बिजली की गारंटी देकर दाम बढ़ा दिए।
दरअसल भाजपा के नेताओं द्वारा एक भ्रामक व् झूटी खबर फैलाई जा रही थी जिसमे उन्होंने आरोप लगाया था कि कर्नाटक में कांग्रेस सरकार ने आम उपभोक्ताओं के लिए बिजली दरों में 2.89 रुपए प्रति यूनिट की बढ़ोत्तरी की कर दी है।
कर्नाटका में बिजली के दाम बढ़ाये भाजपा ने और अब ख़ुद ही नौटंकी कर रहे हैं
• बिजली के दाम बढ़ाने का ऑर्डर 12.05.2023 को भाजपा की सरकार ने दिया
• इस ऑर्डर को निरस्त करना मुमकिन नहीं है – क्योंकि केंद्र की मोदी सरकार ने नये क़ानून बना कर राज्यों के हाथ बांध दिये
• लेकिन… pic.twitter.com/MS0VabQyyW
— Supriya Shrinate (@SupriyaShrinate) June 7, 2023
लेकिन अब सामने आया है कि दरअसल बिजली दरों में बढ़ोत्तरी का फैसला पिछली बीजेपी सरकार ने लिया था, जिस पर मुहर नतीजे आने से चंद घंटे पहले लगाई गई थी। कर्नाटक विधानसभा चुनाव की 13 मई, 2023 को होने वाली मतगणना से चंद घंटे पहले यानी 12 मई, 2023 की शाम को बीजेपी सरकार ने बिजली दरों में इस ऐतिहासिक वृद्धि के फैसले पर मुहर लगाई थी।
इस पूरे मामले पर कांग्रेस प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत ने एक वीडियो जारी कर हकीकत सामने रखी,सुप्रिया श्रीनेत ने अपने वीडियो में इस बात को विस्तार से समझाया है कि कर्नाटक में बिजली दरें बढ़ाने की प्रक्रिया मार्च 2023 से ही चल रही थी। लेकिन इस पर आखिरी फैसला बीजेपी की बसवराज बोम्मई सरकार ने मतगणना से कुछ घंट पहले 12 मई की शाम को लिया और आदेश जारी कर राज्य में बिजली महंगी कर दी। उन्होंने बताया कि मौजूदा कांग्रेस सरकार इस फैसले को बदल भी नहीं सकती है, क्योंकि केंद्र की मोदी सरकार के एक कानून के मुताबिक कोई भी राज्य इस किस्म का फैसला नहीं ले सकता।