राष्ट्रीय
#corona:-गर्व से कहो हम इंसान है !
आज कोरोना त्रासदी में हज़ारों लोग अपने प्रियजनों को खोने का दंश झेल रहे है वहीँ दूसरी और कुछ ऐसे भी है जो अपने परिजनों का अंतिम संस्कार तक करने को राज़ी नहीं ऐसे में विभाजनकारी धर्म के ठेकेदार भी आगे नहीं आ रहे वहीँ गंगा ज़मीनी तहज़ीब के पैरोकार जिन्हे कभी पंचर वाले कभी जिहादी कहा जाता है हिन्दू भाइयों के साथ कंधे से कन्धा मिलाके इस महामारी का ना सिर्फ सामना कर रहे है बल्कि अंतिम संस्कार तक करा रहे है