केंद्र की मोदी सरकार में मंत्री निर्मला सीतारमण ने फैलाई फेक न्यूज, तमिलनाडु के मंत्री का दावा, कहा- मंदिर में पूजा या प्रसाद वितरण पर कोई रोक नहीं !
केंद्रीय वित्त मंत्री और बीजेपी नेता निर्मला सीतारमण ने तमिलनाडु सरकार पर अयोध्या के राम मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम की लाइव स्ट्रीमिंग पर बैन लगाने का झूठा आरोप लगाकर विवाद खड़ा कर दिया है। स्टालिन सरकार के मंत्री पी के शेखर बाबू ने सीतारमण के दावे को झूठ बताते हुए फेक न्यूज फैलाने का आरोप लगाया है। साथ ही कहा है कि राज्य में राम भक्तों पर कोई प्रतिबंध नहीं लगाया गया है। वे भगवान राम की पूजा करें। मंदिरों में भोजन दें या प्रसाद चढ़ाएं। वे पूरी तरह से स्वतंत्र हैं।
इससे पहले सीतारमण ने तमिलनाडु सरकार पर राम मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम के लाइव स्ट्रीमिंग पर बैन लगाने का आरोप लगाया था। उन्होंने कहा कि यहां अयोध्या में होने वाले कार्यक्रमों के लाइव टेलीकॉस्ट पर रोक लगा दी गई है। पुलिस मंदिरों में कार्यक्रम नहीं होने दे रही है। आयोजकों को धमकी दे रही है कि वे पंडाल तोड़ देंगे। यह हिंदू विरोधी काम है। सीतारमण ने सबूत के तौर पर सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर तमिल न्यूजपेपर की एक कटिंग पोस्ट की है।
मोदी की केंद्र सरकार की वित्त मंत्री अखबारों द्वारा प्रसारित फर्जी खबरों को साझा कर रही है – एक तमिल अखबार द्वारा गलत सूचना देकर देश व् राज्य में माहौल खराब करने की एक नाकाम कोशिश में शरीक देश की वित्त मंत्री 👇 https://t.co/lyfy6pn4Mt
— News Network 24×7 (@24x7_network) January 22, 2024
हालांकि, तमिलनाड की डीएमके सरकार के मंत्री पीके शेखर बाबू ने ट्वीट करके सीतारमण के आरोपों का ना सिर्फ खंडन किया है बल्कि झूठ की पोल खोल दी है। उन्होंने साफ कहा कि केंद्रीय मंत्री अफवाह फैला रही हैं। मंत्री पीके शेखर बाबू ने ट्वीट किया कि राज्य में राम भक्तों पर कोई प्रतिबंध नहीं लगाया है। वे भगवान राम की पूजा करें। मंदिरों में भोजन दें या प्रसाद चढ़ाएं। वह पूरी तरह से स्वतंत्र हैं। अफसोस की बात है कि केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण अफवाह फैला रही हैं।
— P.K. Sekar Babu (@PKSekarbabu) January 21, 2024