मध्य प्रदेश-नर्सिंग घोटाला, व्यापम घोटाला, पुलिस भर्ती घोटाला, पटवारी भर्ती घोटाला और आयुष्मान कार्ड घोटाला 50% कमीशन शिवराज सरकार का मूल मंत्र बन गया है, -कमलनाथ
'चोरी और सीनाजोरी कमीशन राज सरकार का मूल मंत्र बन गया है-पूर्व सीएम कमलनाथ
मध्य प्रदेश में विधानसभा चुनाव में कुछ ही महीनों का वक्त बचा है और शिवराज सरकार भ्रष्टाचार के आरोपों से चौतरफा घिरी हुई है। कॉन्ट्रैक्टर एसोसिएशन का 50 फीसदी कमीशन मांगने संबंधी पत्र वायरल होने के बाद शिवराज सरकार की जमकर किरकिरी हो रही है। 50 फीसदी कमीशन पर बवाल बढ़ता देख भाजपा ने कांग्रेस के सीनियर नेताओं पर एफआईआर दर्ज कराई है। पीसीसी चीफ कमलनाथ ने इसे चोरी और सीनाजोरी करार दिया है।
पूर्व सीएम कमलनाथ ने ट्वीट किया, ‘चोरी और सीनाजोरी कमीशन राज सरकार का मूल मंत्र बन गया है। मुख्यमंत्री रोज पूरे प्रदेश में घूमकर विकास पर भाषण देते हैं और प्रदेश का नौजवान अपने भविष्य के विनाश पर आंसू बहाता है। प्रदेश में एक करोड़ से अधिक बेरोजगार नौजवान हैं, लेकिन इन्हें रोजगार की जगह नर्सिंग घोटाला, व्यापम घोटाला, पुलिस भर्ती घोटाला, पटवारी भर्ती घोटाला और आयुष्मान कार्ड घोटाला मिलता है। 50% कमीशन के इस राज से विदाई के साथ ही इस घोटाला-राज का अंत होगा, तभी प्रदेश का नौजवान निशंक होगा।’
चोरी और सीनाजोरी कमीशन राज सरकार का मूल मंत्र बन गया है। मुख्यमंत्री रोज पूरे प्रदेश में घूमकर विकास पर भाषण देते हैं और प्रदेश का नौजवान अपने भविष्य के विनाश पर आंसू बहाता है। प्रदेश में एक करोड़ से अधिक बेरोजगार नौजवान हैं, लेकिन इन्हें रोजगार की जगह नर्सिंग घोटाला, व्यापम…
— Kamal Nath (@OfficeOfKNath) August 14, 2023
रविवार को कमलनाथ ने बयान जारी कर शिवराज सरकार पर जमकर हमला बोला था। उन्होंने CAG रिपोर्ट में सामने आए आयुष्मान घोटाले का उल्लेख करते हुए कहा कि, ‘अब तक जीवित लोगों के साथ भ्रष्टाचार करने वाली शिवराज सरकार ने अब तो मृतकों के साथ भी घोटाला कर दिया है।
कमलनाथ ने आगे कहा कि, ‘कांग्रेस नेताओं पर भ्रष्टाचार का खुलासा करने पर झूठे मुकदमे लिखने वाले शिवराज सिंह चौहान क्या अब कैग के ऊपर भी मुकदमा करेंगे?.कैग की रिपोर्ट के मुताबिक 8081 लोग एक ही समय में अलग-अलग अस्पतालों में इलाज करते हुए पाए गए। इस तरह के मामलों में 213 अस्पताल शामिल पाए गए। इससे पता चलता है कि मध्य प्रदेश के अस्पतालों में कितनी बड़ी संख्या में फर्जी मरीजों को भर्ती करने का गोरख धंधा चल रहा है। मध्य प्रदेश उन राज्यों में शामिल है जहां सबसे ज्यादा अनियमितताएं पाई गई।’