उत्तरप्रदेश

किसान हितों के लिए अब सड़क पर लड़ेंगी महिला किसान, मुजफ्फरनगर में हरी चुनरी महिला चौपाल का आयोजन !

किसान हितों के लिए अब सड़क पर लड़ेंगी महिला किसान, मुजफ्फरनगर में हरी चुनरी महिला चौपाल का आयोजन !

भाकियू के राष्ट्रीय प्रवक्ता चौधरी राकेश टिकैत ने कहा कि सरकार की गलत नीतियों के कारण किसान खेत खलिहान छोड़कर गांव से पलायन कर रहे हैं। सरकार बांटने का कार्य कर रही है। महिलाओं से आह्वान किया कि वह संगठित होकर किसान आंदोलन में अपनी अग्रणी भूमिका निभाएं । 17 नवंबर को सिसौली की मासिक पंचायत में महिला किसानों की अधिक से अधिक संख्या जुटाई जाएगी।

 

गांव गोयला में आर्य समाज मंदिर में हरी चुनरी महिला चौपाल में चौधरी राकेश टिकैत ने कहा कि समाज में व्याप्त बुराइयों से महिलाएं परेशान हैं । सामाजिक बुराइयों का अंत होना चाहिए। सरकार ने जीएम सरसों की मान्यता दी है, लेकिन इसके तेल से लोगों का स्वास्थ्य खराब होगा। सरकार की किसान विरोधी नीतियों के कारण किसान परेशान हैं। इसके चलते वह अपने खेत खलिहान छोड़कर गांवों से पलायन कर रहा है। इसके अलावा सरकार जनता को हिंदू मुस्लिम, अगड़े पिछड़े व किसान-मजदूरों में बांटने का कार्य कर रही है।

 

पंचायत में मुख्य महिला अतिथि के तौर पर पहुंची सुनीता बालियान टिकैत ने बताया कि आज महिलाओं के गठजोड़ से अन्याय के विरुद्ध सामूहिक प्रतिकार की नींव रखी गई है। गांव और जंगल को जानने वाले तमाम सामाजिक लोग यह बात जानते हैं कि खेती किसानी का कोई भी काम सिर्फ पुरूष किसानों का काम नहीं है,

राकेश टिकैत की पत्नी सुनीता बालियान ने महिलाओं को संबोधित करते हुए कहा कि उनकी सास बलजोरी देवी किसान हितों के लिए लड़ते हुए उनके ससुर दिवंगत बाबा महेंद्र सिंह टिकैत के साथ जेल गई थीं। वो वोट क्लब के धरने में भी शामिल थीं। तमाम आंदोलन में उनके परिवार की सक्रियता रहने के कारण वो मानसिक रूप से दृढ़ हैं और इस बार किसान हितों के लिए हरी चुनरी पहने हुए महिला किसानों का सैलाब आएगा। अब हम भी पुरुषों के साथ मिलकर लड़ेंगे, कैसे लडेंगे इसकी रणनीति तैयार हो रही है। महिलाएं असली किसान हैं।

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