दिल्ली में 9 साल की वाल्मीकि समाज की बेटी के साथ इतना बढ़ा जघन्य अपराध हुआ लेकिन यह लोग तो हैंडलूम डे का जश्न मना रहे हैं। दलित की बेटी थी जाने दिया गाय होती तो सड़के जाम होती-प्रशांत कनौजिया
दिल्ली में 9 साल की वाल्मीकि समाज की बेटी के साथ इतना बढ़ा जघन्य अपराध हुआ लेकिन यह लोग तो हैंडलूम डे का जश्न मना रहे हैं। दलित की बेटी थी जाने दिया गाय होती तो सड़के जाम होती-प्रशांत कनौजिया
भारतीय जनता पार्टी के किसी नेता ने दिल्ली के कैंट एरिया में 9 साल की दलित बच्ची के साथ हुए गैंगरेप और हत्या मामले में कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है। देश की महिला एवं बाल विकास मंत्री स्मृति ईरानी भी इस मामले में चुप्पी साधे बैठी है।
इसी बीच सोशल मीडिया पर एक तस्वीर वायरल हो रही है जो भाजपा का दोगला चेहरा दर्शाती है।
भाजपा का दोगला चेहरा
इस तस्वीर में भारतीय जनता पार्टी की कई महिला नेता ”हैंडलूम डे” मनाती हुई नजर आ रही है।इस एग्जीबिशन में कई भाजपा नेता और केंद्रीय महिला मंत्री शामिल होने पहुंची थी। जहां वह खरीददारी करती हुई नजर आई। जिनमें हेमा मालिनी, मीनाक्षी लेखी और अनुप्रिया पटेल का नाम शामिल है।
दिल्ली में 9 साल की वाल्मीकि समाज की बेटी के साथ इतना बढ़ा जघन्य अपराध हुआ लेकिन यह लोग तो हैंडलूम डे का जश्न मना रहे हैं। दलित की बेटी थी जाने दिया गाय होती तो सड़के जाम होती। pic.twitter.com/luCDJ1BzPM
— Prashant Kanojia (@PJkanojia) August 6, 2021
दलित की बेटी थी जाने दिया गाय होती तो सड़के जाम होती।
इस मामले में राष्ट्रीय लोक दल पार्टी के नेता प्रशांत कनौजिया ने भारतीय जनता पार्टी पर निशाना साधा है प्रशांत ने ट्वीट कर लिखा है “दिल्ली में 9 साल की वाल्मीकि समाज की बेटी के साथ इतना बढ़ा जघन्य अपराध हुआ। लेकिन यह लोग तो हैंडलूम डे का जश्न मना रहे हैं। दलित की बेटी थी जाने दिया गाय होती तो सड़के जाम होती।”
देश की विपक्षी पार्टियों का आरोप है के जब भी दलित समुदाय की बच्चियां महिला के साथ ऐसा जघन्य अपराध होता है। तो भाजपा आरोपियों को सजा देने की जगह उन्हें बचाने का काम करती है।