आप आदिवासी नहीं हो, आप हिंदुस्तान के पहले निवासी हो,बीजेपी आपकी जमीन छीनने की कोशिश में लगी है – राहुल गांधी
मैं भारत के स्वतंत्रता संग्राम में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने के लिए आदिवासियों को धन्यवाद देना चाहता हूं, क्योंकि हम विश्व आदिवासी दिवस मना रहे हैं मैं इसके लिए आपको बधाई देता हूं।
राजस्थान के मानगढ़ में कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कहा कि मैं भारत के स्वतंत्रता संग्राम में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने के लिए आदिवासियों को धन्यवाद देना चाहता हूं, क्योंकि हम विश्व आदिवासी दिवस मना रहे हैं मैं इसके लिए आपको बधाई देता हूं।
राहुल गांधी ने कहा कि जब मैं 6-7 साल का था, तो मेरी दादी ने मुझे एक किताब दी थी। वो किताब आदिवासी बच्चे की जिंदगी के बारे में थी। वो जंगल में कैसे जीता था, तीर कमान से मच्छी मारता था, उसके माता पीता परिवार कैसे जीता था उस किताब में ये बताया गया था। मैं दादी से कई सवाल पूछता था उस किताब को लेकर वो मुझे बताती थी।
राहुल गांधी ने कहा कि एक बार मैंने अपनी दादी (इंदिरा गांधी) से ‘आदिवासी’ शब्द के बारे में पूछा तो उन्होंने कहा कि ये लोग हिंदुस्तान के पहले निवासी हैं। ये जो हमारी जमीन है जिसे हम भारत कहते हैं ये आदिवासियों की जमीन थी। उन्होंने कहा कि आज के लोगों को आदिवासियों से जीना सीखना चाहिए, जल-जंगल-जमीन से क्या रिश्ता होना चाहिए ये हमें आदिवासियों से सीखना चाहिए। राहुल ने कहा कि मेरी दादी आदिवासियों से प्यार करती थी।
मेरी दादी ने कहा कि सालों पहले आदिवासी पूरे हिंदुस्तान में रहते थे फिर धीरे धीरे उन्हें धकेला गया। ये बात मेरी दिमाग में बैठ गई कि हिंदुस्तान के पहले निवासी आदिवासी थी और ये जमीन उन्ही की थी। हिंदुस्तान के जो पहले मालिक (आदिवासी) थे वो अंग्रेजों की गोलियां खाकर शहीद हुए।