मिलिए देश के मुस्तैद रक्षा मंत्रालय और रक्षा मंत्री जी से जो चुनाव प्रचार में समय पर पहुँच जाते है लेकिन 9 की घटना को 13 तारीख तक दबाए रहे , विपक्ष के सवाल पर बोले राजनाथ- बीच में छुट्टी थी !
मिलिए देश के मुस्तैद रक्षा मंत्रालय और रक्षा मंत्री जी से जो चुनाव प्रचार में समय पर पहुँच जाते है लेकिन 9 की घटना को 13 तारीख तक दबाए रहे , विपक्ष के सवाल पर बोले राजनाथ- बीच में छुट्टी थी !
अरुणाचल के तवांग में हुई 9 तारीख की घटना को 3 दिन बाद 13 तारीख को बताने पर विपक्ष ने पूछा, तो माननीय रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने कहा- बीच में छुट्टी भी थी।
अब सवाल ये है की क्या छुट्टी की वजह से सरकार ने राष्ट्रीय सुरक्षा के विषय को टाला? वो भी ऐसी छुट्टी, जिसमें एक दिन पहले सोमवार था और संसद का सत्र भी चला! वैसे बताया ये जाता रहा था कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कभी छुट्टी नहीं लेते।
चीनी सैनिकों के साथ हाथापाई 9 तारीख को हुई थी, आज 13 तारीख है, बयान देने में 4 दिन की देरी क्यों हुई?
रक्षा मंत्री: "बीच में छूटती भी थी" 🤯 pic.twitter.com/rhvciZLUiN
— NationalForum (@RashtraManch) December 13, 2022
राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने वॉकआउट के बाद संवाददाताओं से कहा कि विपक्ष ने बार-बार चीनी अतिक्रमण पर चर्चा करने की मांग की लेकिन सरकार ने इसे स्वीकार नहीं किया। उन्होंने कहा कि रक्षामंत्री बिना कोई स्पष्टीकरण दिए सदन से चले गये जो देश के लिए अच्छा नहीं है।
खरगे ने कहा कि अगर सरकार कोई स्पष्टीकरण नहीं देती है तो सदन के अंदर बैठने का कोई मतलब नहीं है। राष्ट्रीय जनता दल के नेता मनोज झा ने कहा कि उपसभापति ने विभिन्न उदाहरणों का जिक्र किया। उन्होंने कहा कि 1962 के संसद सत्र को कोई कैसे भूल सकता है जब सदन में भारत चीन टकराव पर चर्चा हुई थी