केंद्र की मोदी सरकार ने 8 साल में हर परिवार से औसतन 1,00,000 रुपये ईंधन कर के रूप में एकत्र किए-पी चिदंबरम
केंद्र की मोदी सरकार ने 8 साल में हर परिवार से औसतन 1,00,000 रुपये ईंधन कर के रूप में एकत्र किए-पी चिदंबरम
पहले से बेरोजगारी और महंगाई की मार झेल रही जनता को बीते दो हफ्तों में 8.40 रुपये प्रति लीटर महंगी तेल कीमतों का सामना करना पड़ रहा है।
सोमवार 4 अप्रैल, 2022 को देशभर के पेट्रोल-डीजल के दामों में फिर से बढ़ोतरी देखने को मिली। 4 अप्रैल को हुई इस बढ़ोतरी में 40 पैसे प्रति लीटर का इजाफा हुआ है। गौरतलब है कि पेट्रोल- डीजल के दामों में ये पिछले दो हफ्तों के अंदर हुई 12वीं बढ़ोतरी है।
देश के पूर्व वित्त मंत्री पी चिदंबरम ने इसी मुद्दे पर एक ट्वीट कर बताया की मोदी सरकार के 8 साल में केंद्र सरकार ने हर परिवार से औसतन 1,00,000 रुपये ईंधन कर के रूप में एकत्र किए हैं ! पी चिदंबरम ने अपने ट्वीट में सवाल कर पूछा की इतना भारी भरकम ईंधन कर चुकाने के बाद आम जनता को क्या क्या मिला ?
पी चिदंबरम एक के बाद एक अपने ट्वीट में लिखा “मोदी सरकार के 8 साल में केंद्र सरकार ने 26,51,919 करोड़ रुपये ईंधन कर के रूप में जुटाए
भारत में लगभग 26 करोड़ परिवार हैं
इसका मतलब है कि केंद्र सरकार ने हर परिवार से औसतन 1,00,000 रुपये ईंधन कर के रूप में एकत्र किए हैं!”
आगे उन्होंने लिखा “अपने आप से पूछें, ईंधन कर के रूप में इतनी बड़ी राशि का भुगतान करने के बदले में एक औसत परिवार को क्या मिला?
Ask yourself, what did an average family get in return for paying this huge amount as fuel tax?
For more information read my column in the Indian Express dated 3-4-2022 or its online version
— P. Chidambaram (@PChidambaram_IN) April 3, 2022