निषाद समुदाय को आरक्षण नहीं तो, भाजपा को वोट नहीं, संजय निषाद के खिलाफ भी फूटा गुस्सा !
संजय निषाद ने एक प्रकार से पूरे समुदाय को बेच दिया है -लुतनराम निषाद
निषाद समुदाय के लोग पिछले सप्ताह लखनऊ में भाजपा-निषाद पार्टी की संयुक्त रैली में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह द्वारा इस संबंध में एक घोषणा की प्रतीक्षा कर रहे थे।शाह ने रैली में आरक्षण के मुद्दे का जिक्र तक नहीं किया और जैसे ही रैली खत्म हुई, समुदाय के गुस्साए प्रदर्शनकारियों ने कुर्सियां तोड़ दीं और बीजेपी के खिलाफ नारेबाजी की।
आरक्षण नहीं तो, भाजपा को वोट नहीं
कौशांबी के एक वरिष्ठ नेता गोपीचंद निषाद ने कहा, संजय निषाद ने हमसे वादा किया था कि रैली में आरक्षण की घोषणा की जाएगी, लेकिन हमें धोखा दिया गया है। अब हमारा रुख स्पष्ट है – आरक्षण नहीं तो, भाजपा को वोट नहीं।
एक अन्य प्रतिद्वंद्वी निषाद नेता, लुतनराम निषाद ने कहा, संजय निषाद ने एक प्रकार से पूरे समुदाय को बेच दिया है और वह समुदाय के बल पर यूपी विधान परिषद के सदस्य बन गए हैं। यह अच्छा है कि हमारे लोगों ने चुनाव से पहले ही उनके गेम प्लान को देख लिया है और अब वे उन्हें और बीजेपी को सबक सिखाएंगे।