गेहूं के बाद अब कई देशों ने लौटाई भारतीय चाय की खेप, अधिक कीटनाशक होने के कारण भारतीय चाय की साख पर भी लगा बट्टा !
गेहूं के बाद अब कई देशों ने लौटाई भारतीय चाय की खेप, अधिक कीटनाशक होने के कारण भारतीय चाय की साख पर भी लगा बट्टा !
गेहूं के बाद भारतीय चाय को भी गुणवत्ता के आधार पर खारिज कर दिया गया है। इंडियन टी एक्सपोर्टर्स एसोसिएशन (ITEA) के मुताबिक देश और विदेश के खरीदारों ने भारतीय चाय की कई खेपों को उच्च कीटनाशकों और रसायनों के कारण अस्वीकार कर दिया है। दरअसल, श्रीलंका के आर्थिक संकट के बाद वैश्विक स्तर पर चाय के निर्यात में शून्यता आ गई है।
चाय की खरीद को लेकर कई देश सख्त मानकों का पालन कर रहे हैं। अधिकांश देश यूरोपीय संघ के मानकों के समान नियमों का पालन करते हैं, जो हमारे FSSAI नियमों के अनुरूप हैं। देश में बेची जाने वाली सभी चाय FSSAI (भारतीय खाद्य सुरक्षा और मानक प्राधिकरण) के मानदंडों के अनुरूप होनी चाहिए। लेकिन चाय बोर्ड के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि इस मुद्दे पर चाय पैकर्स और निर्यातकों की ओर से शिकायतें मिली हैं।
इनके मुताबिक देश में ज्यादातर चाय जो आप खरीद रहे हैं, उसमें असामान्य रूप से उच्च रासायनिक सामग्री है। बोर्ड का मानना है कि चाय उत्पादकों को मौजूदा एफएसएसएआई मानदंडों का सख्ती से पालन करना चाहिए।