Cash For Query Case: महुआ मोइत्रा की संसद सदस्यता रद्द, 406 पन्नों की रिपोर्ट पर महज आधे घंटे चर्चा की अनुमति के बाद एथिक्स कमेटी की सिफारिश मंजूर !
कैश-फॉर-क्वेरी मामले में घिरीं टीएमसी सांसद महुआ मोइत्रा की संसद सदस्यता खत्म कर दी गई है। शुक्रवार को इस संबंध में फैसला लेते हुए लोकसभा स्पीकर ओम बिरला ने कहा कि सदन की गरिमा और मर्यादा को कायम रखने के लिए यदि कुछ कड़े फैसले लेने की जरूरत पड़ी तो लेने होंगे। विपक्ष ने इस फैसले की कड़ी आलोचना की है। वहीं, महुआ मोइत्रा ने कहा कि एथिक्स कमेटी ने ठीक से जांच नहीं की।
लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष कांग्रेस सांसद अधीर रंजन चौधरी ने चर्चा के दौरान कहा कि 406 पन्नों की रिपोर्ट इतनी जल्दी कैसे पढ़ें, इसे पढ़ने के लिए 3-4 दिन का समय दिया जाए। कार्रवाई को लेकर चौधरी ने कहा कि लोकतंत्र के लिए यह काला दिन है। सत्ताधारी दल के सदस्य हर रोज संसद की मर्यादा भंग करते हैं, लेकिन कुछ नहीं होता। महुआ मोइत्रा के विरुद्ध बदले की भावना के तहत कार्रवाई की गई है।
लोकसभा में 12 बजे एथिक्स कमेटी की रिपोर्ट पेश की गई थी, जिस पर 2 बजे चर्चा हुई। स्पीकर ने महज आधे घंटे चर्चा की अनुमति दी थी। चर्चा के बाद स्पीकर ने वोटिंग करवाई। इस दौरान विपक्ष ने सदन से वॉक आउट कर दिया। वहीं, स्पीकर ने ध्वनिमत से कमेटी की सिफारिश को पारित कर दिया। ऐसे में महुआ मोइत्रा को सदन से निष्कासित कर दिया गया।
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