नई दिल्ली

कंझावला कांड -हैवानियत का नंगा नाच चलता रहा,नृशंसता रोंगटे खड़े कर दे ऐसी दरिदंगी की जा रही थी ,बकौल कंझावला कांड के चश्मदीद गवाह

कंझावला कांड -हैवानियत का नंगा नाच चलता रहा,नृशंसता रोंगटे खड़े कर दे ऐसी दरिदंगी की जा रही थी ,बकौल कंझावला कांड के चश्मदीद गवाह !

नये साल के जश्न और पुराने साल को विदा के खुमार में डूबी राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के कंझावला में कार में 10-12 किलोमीटर तक एक युवती को घसीटते हुए ले जाने की दर्दनाक खबर ने एक बार फिर से निर्भया कांड की यादें ताजा कर दी ।

कंझावला कांड कितना भयावह रहा होगा, इसकी कल्पना इसी बात से की जा सकती है कि लगभग 12 किमी. घसीटे जाने के बाद युवती की हड्डियों का चूरमा बन गया था और शरीर पर एक भी कपड़ा नहीं बचा था। नृशंसता की हाइट वाली इस घटना के बाद अब एक चश्मदीद गवाह ने दिल्ली पुलिस पर सवालिया निशान लगा दिये हैं।

मीडिया में आई जानकारी के मुताबिक कंझावला कांड के चश्मदीद गवाह दीपक दहिया लाडपुर गांव के कंझावला रोड पर हलवाई की दुकान चलाते हैं। चश्मदीद गवाह ने मीडिया को बताया कि जिस कार ने युवती को घसीटा, उसके टायर से फटने जैसी आवाज आ रही थी, क्योंकि उसके नीचे एक लाश थी। मुझे पता नहीं चल पा रहा था कि लाश किसकी हैं, क्योंकि अंधेरा था। उसने सुबह लगभग 3 बजकर 20 मिनट पर दिल्ली पुलिस को फोन किया और खुद स्कूटी से कार का पीछा करना शुरू कर दिया था।

बकौल चश्मदीद वह इस घटना का गवाह इसलिए बन पाया क्योंकि उसने तड़के ही दुकान खोल ली थी। चश्मदीद गवाह का कहना है कि कार के नीचे लाश होने की आशंका पर उसने पुलिस को 112 नंबर पर फोन कर बताया कि एक ग्रे कलर की बलेनो कार में डेड बॉडी फंसी हुई है। उसके फोन 3-4 मिनट बाद पीसीआर का कॉलबैक आया और गाड़ी की लोकेशन पूछी गयी। पूछा कि गाड़ी कहां जा रही है, मगर चश्मदीद गवाह अंधेरे के कारण कार का नंबर नहीं देख पाया था।

बकौल चश्मदीद 3 बजकर 30 मिनट पर फिर से उसने उसी कार को देखा, जिसके नीचे लाश घिसट रही थी। गाड़ी एकबार फिर दुकान के पास से यू-टर्न लेकर गुजरी। वो गाड़ी जब आ रही थी तो चश्मदीद ने फिर वैसी ही आवाज सुनी जैसी पहली बार आ रही थी। गाड़ी की एलईडी लाइट सफेद कलर की थी। फिर से उसने पीसीआर को फोन करके सूचित किया कि वही गाड़ी कंझावला की तरफ जा रही है और खुद कार का पीछा करना शुरू कर दिया।

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