तुर्की ने भारतीय गेहूं की खेप को किया खारिज , लौटाया 60,000 टन गेहूं !
तुर्की ने भारतीय गेहूं की खेप को किया खारिज , लौटाया 60,000 टन गेहूं !
जैसा कि हम जानते हैं कि रूस दुनिया का शीर्ष गेहूं निर्यातक देश है और यूक्रेन दुनिया भर के शीर्ष पांच गेहूं निर्यातक देशों में से एक है. परन्तु युद्ध के कारण इन दोनों देशों से दुनिया भर में गेंहूँ निर्यात बाधित है.
तुर्की ने रुबेला वायरस का हवाला देकर भारत के 60000 टन गेहूं की खेप वापस लौटा दी है। यह गेहूं भारत की आईटीसी ने जेनेवा की कंपनी को बेचा था, जिससे तुर्की ने खरीद की है।
आपको बता दें कि कई मध्य पूर्वी देशों के क्षेत्रीय आहार में गेहूं की अहम भूमिका होती है और इस कारण से ये देश गेंहूँ के इन निर्यातों पर बहुत ज़्यादा निर्भर होते हैं. हालांकि भारत गेहूं का कोई बहुत बड़ा निर्यातक देश नहीं है, लेकिन फिर भी कई देश रूस-यूक्रेन युद्ध के कारण उत्पन्न हुई गेंहूँ की वैश्विक कमी को पूरा करने के लिए भारत की तरफ देख रहे हैं और इसकी आपूर्ति पर भरोसा कर रहे हैं !
56877 टन भारतीय गेहूं से लदे जहाजों को 29 मई से तुर्की से वापस गुजरात के बंदरगाहों की तरफ लाया जा रहा है. तुर्की ने कहा है कि भारतीय गेहूं में रूबेला वायरस मिला है. इसलिए वे इसे वापस भेज रहे हैं. तुर्की ने फाइटोसैनिटरी चिंताओं के आधार पर भारतीय गेहूं की खेप को खारिज कर दिया और वापस भारत भेज दिया है !