‘क्वीन ऑफ हर्ब्स’ ,जड़ी बूटियों की रानी ..तुलसी पर ये लेख प्रस्तुत है इसको लिखा है प्रीति खत्री ने !
'क्वीन ऑफ हर्ब्स' ,जड़ी बूटियों की रानी...तुलसी
तुलसी को हिन्दू धर्म में पूजा जाता है. इसे सिर्फ पौधे के रूप में नहीं बल्कि घर में भगवान के रूप में माना जाता है. इसके घर में होने से सकारात्मक ऊर्जा के साथ-साथ यह कई बीमारियों से लड़ने में भी मदद करती है. आयुर्वेद में तुलसी का महान योगदान है.!
तुलसी के उन्ही फायदों पर हमारा ये लेख प्रस्तुत है इसको लिखा है प्रकृति,हर्ब्स, व् दैनिक जीवन में इस्तेमाल होने वाली जड़ी बूटियों पर जिनका विशेष ज्ञान रखने वाली प्रीति खत्री ने !
घरों के आंगन और छतों पर मिलने वाली तुलसी हिंदू मान्यताओं के अनुसार पूजनीय होती है। लेकिन तुलसी सिर्फ एक पौधा ही नहीं है बल्कि इसका इस्तेमाल जड़ी-बूटी के तौर पर किया जाता है। तुलसी में बहुत रोगों से लड़ने की क्षमता होती है इसलिए इसे ‘क्वीन ऑफ हर्ब्स’ कहा जाता है। आज हम आपको यहां बता रहे हैं कि तुलसी के क्या-क्या लाभ हैं और इसका इस्तेमाल कहां-कहां किया जाता है?
दरअसल, इस समय पूरी दुनिया में कोरोनावायरस फैला हुआ है तो उसको देखते हुए सभी लोग अपने-अपने स्तर पर इससे बचनेे के लिए प्रयास कर रहे हैं। लेकिन मेडिकल साइंस की मानें तो अगर किसी व्यक्ति की रोग प्रतिरोधक क्षमता अधिक होगी, तो उसे किसी भी वायरस से लड़ने में मदद मिलेगी।
तुलसी से बढ़ती है रोग प्रतिरोधक क्षमता
तुलसी के बीजों में फ्लैवोनोइड्स और फेनोलिक शामिल होते हैं जो कि मानव के शरीर में प्रतिरक्षा प्रणाली को सुधारते हैं। तुलसी एंटी-ऑक्सीडेंट गुणों से भरपूर होती है जो कि शरीर में फ्री रेडिकल्स से होने वाले नुकसान से बचाती है। अगर आप इसकी पत्तियां चबाते हैं या फिर इससे हर्बल-टी बनाकर पीते हैं तो उससे शरीर को लाभ होता है। अगर किसी भी इंसान का इम्युनिटी सिस्टम स्ट्रॉन्ग है तो उसे बीमारियां कम लगती हैं और वह उनका मुकाबला कर लेता है।
जुकाम और सर्दी में दे राहत
वैसे तो सर्दी जुकाम बहुत आम बीमारी है, लेकिन इससे लोगों को अक्सर काफी परेशानी हो जाती है। तुलसी इंसान को सर्दी और जुकाम में भी राहत प्रदान करने का काम करती है। एंटीस्पास्मोडिक प्रभाव वाली तुलसी सर्दी और जुकाम से परेशान लोगों की मदद करती है। वहीं इसके सेवन से बुखार में भी राहत मिल सकती है।
कैंसर से लड़ने में मददगार
कैंसर बहुत ज्यादा खतरनाक बीमारी है, लेकिन इसका इलाज भी आयुर्वेद में मौजूद है। हमारे घर में मौजूद तुलसी का पौधा इस बीमारी से लड़ने में मदद करता है। तुलसी में यूजेनॉल कंपाउंड पाया जाता है जो कि इंसान के शरीर में कैंसर से लड़ने में मददगार साबित होता है। कई रिसर्च में भी पाया गया है कि तुलसी कैंसर से लड़ने में मददगार रहती है। वहीं, जो लोग नियमित रूप से तुलसी का सेवन करते हैं तो उन्हें कैंसर होने की संभावना बहुत कम होती है।
वजन घटाने में तुलसी के फायदे
तनाव में होने पर कुछ लोगों की भूख बढ़ जाती है और वो जरूरत से ज्यादा खाते हैं। इससे वजन बढ़ने लगता है। जैसा कि आपने ऊपर पढ़ा कि तुलसी के सेवन से तनाव पैदा करने वाले कोर्टिसोल का स्तर कम होता है। इस लिहाज से हम कह सकते हैं कि वजन घटाने के लिए तुलसी का प्रयोग किया जा सकता है।
हाल ही में हुई एक स्टडी ने भी इस संबंध में तुलसी के प्रभाव की पुष्टि की है। स्टडी के अनुसार, मोटापे से ग्रस्त मरीज को प्रतिदिन 250 ग्राम तुलसी के पत्तों का रस दिया गया। इससे मरीज के लिपिड स्तर व बीएमआई में काफी सुधार देखा गया। इस आधार पर कहा जा सकता है कि वजन घटाने में तुलसी मददगार है । इस प्रकार से तुलसी के पत्ते खाने के फायदे में वजन घटाना भी शामिल है।
सिरदर्द में तुलसी के फायदे
अगर आपको सिरदर्द है, तो तुरंत राहत पाने के लिए बेसिल लीव पर भरोसा कर सकते हैं। भारत में सदियों से सिरदर्द के लिए तुलसी का प्रयोग किया जा रहा है। फिर चाहे आप इसे रस की तरह प्रयोग करें या फिर पाउडर की तरह। इसके अलावा, आप तुलसी की चाय बनाकर भी पी सकते हैं। चाय में तुलसी के अलावा आप अन्य जड़ी-बूटियां व शहद भी मिला सकते हैं ।
डायबिटीज के लिए तुलसी के फायदे
डायबिटीज के रोगियों के लिए भी तुलसी फायदेमंद है। तुलसी के सेवन से टाइप 2 डायबिटीज से ग्रस्त व्यक्ति के शरीर में इंसुलिन का प्रवाह सामान्य हो जाता है। साथ ही वैज्ञानिकों का मानना है कि तुलसी में एंटी-डायबिटीक गुण होते हैं। इसलिए, तुलसी भोजन से पहले और भोजन के बाद ब्लड ग्लूकोज के स्तर को कम कर सकती है ।
एक अन्य अध्ययन के अनुसार तुलसी में फ्लेवोनोइड्स, ट्राइटरपेन व सैपोनिन जैसे कई फाइटोकेमिकल्स होते हैं, जो हाइपोग्लाइसेमिक के तौर पर काम करते हैं। इससे शुगर को नियंत्रित करने में मदद मिलती है । तुलसी के पत्ते खाने के फायदे में डायबिटीज का उपचार भी शामिल है।