उत्तर प्रदेश में गाजियाबाद के कैला भट्टा में प्रशासन ने 15 दिन में मकान खाली करने के करीब 150 मकानों पर नोटिस चस्पा किए ।
दोबारा से उत्तर प्रदेश के अंदर भाजपा की सरकार बनाने का दवा करने वाले वोटर अब ठगा महसूस कर रहे है !
गाजियाबाद के छोटा कैला भट्टा मरकज रोड पर बसे हुए लोगों का कहना है कि आजादी के पहले से हम और हमारे दादा, परदादा यहां पर बसे हुए हैं। 70 साल से ज्यादा पुराना हमारे पास निवास प्रमाण पत्र इसी एड्रेस के हैं। जब रेलवे को पता था कि यह जमीन रेलवे की है, तब रेलवे ने अपना कोई बोर्ड यहां पर क्यों नहीं लगाया? लोगों का यह भी कहना है प्रधानमंत्री आवास योजना का भी लाभ इन मकानों को दिया गया है। ज्यादातर मकान मालिक और टैक्स बिजली का बिल 70 साल से जमा कर रहे हैं।
लोगों का कहना है कि मोदी जी हमारे साथ इंसाफ करो, हमने दोबारा से उत्तर प्रदेश के अंदर भाजपा की सरकार इसी वजह से बनाई है कि हमको इंसाफ मिल सके।
बताया जा रहा है कि ये मकान रेलवे की जमीन पर सालों से बने हैं 1943 में रेलवे ने इस लाइन को बंद कर दिया था। कुछ दिनों तक यहां शंटिंग चलती रही, लेकिन फिर यहां कोई गतिविधि नहीं की गई तो खाली जमीन पर लोगों ने मकान, दुकान और गोदाम बना लिए और तभी से यहां पर यह सभी परिवार रह रहे हैं। अचानक मकानों के बाहर नोटिस चस्पा होते ही सभी लोगों की नींद उड़ गई है।