सोनिया गांधी ने लोकसभा में CBSE की दसवीं कक्षा की परीक्षा में पूछे सवाल को महिला विरोधी बताते हुए बोर्ड और शिक्षा मंत्रालय से इस प्रश्नपत्र को तत्काल वापस लेने और इस विषय पर माफी की मांग की।
सोनिया गांधी ने लोकसभा में CBSE की दसवीं कक्षा की परीक्षा में पूछे सवाल को महिला विरोधी बताते हुए बोर्ड और शिक्षा मंत्रालय से इस प्रश्नपत्र को तत्काल वापस लेने और इस विषय पर माफी की मांग की।
सोनिया गांधी ने आज लोक सभा में 10वीं की परीक्षा में अंग्रेजी विषय में पूछे गए कथित आपत्तिजनक सवाल पर बयान दिया. उन्होंने कहा कि सीबीएसई को इस मामले में बिना शर्त माफी मांगनी चाहिए. उन्होंने कहा कि वे छात्रों और उनके अभिभावकों द्वारा किए जा रहे विरोध का समर्थन करती हैं. सोनिया ने महिलाओं से जुड़े सीबीएसई के सवाल के इस प्रकरण को लैंगिक रूढ़िवादिता को बढ़ावा देने वाला और महिलाओं के खिलाफ करार दिया.
बता दें कि केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) की 10वीं कक्षा की परीक्षा के सवाल में एक वाक्य लिखा गया, महिलाओं की मुक्ति के कारण बच्चों पर माता-पिता के अधिकार समाप्त हो गए. एक अन्य वाक्य में लिखा गया, महिला (एक मां) अपने पति के तौर-तरीके को स्वीकार करके ही अपने से छोटों से सम्मान पा सकती है. केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (CBSE) की 10वीं क्लास के अंग्रेजी के प्रश्नपत्र में महिलाओं से जुड़े ऐसे वाक्यों (CBSE question on Women) पर बवाल हो रहा है.
सोनिया गांधी ने लोकसभा में CBSE की दसवीं कक्षा की परीक्षा में पूछे सवाल को महिला विरोधी बताते हुए बोर्ड और शिक्षा मंत्रालय से इस प्रश्नपत्र को तत्काल वापस लेने और इस विषय पर माफी की मांग की। @INCIndia @MahilaCongress pic.twitter.com/cunBYtTZUk
— News Network 24×7 (@24x7_network) December 13, 2021
सोनिया के बयान के बाद कांग्रेस सांसदों ने सरकार से जवाब मांगा. हालांकि, स्पीकर ओम बिरला ने कहा कि सदन की परंपरा के मुताबिक जवाब दिया जाएगा ! मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक विवाद बढ़ता देख सीबीएसई ने मामले को विशेषज्ञों के पास भेज दिया है !