भाजपा शासित गुजरात में हुआ पवनपुत्र हनुमान का अपमान,हनुमान जी को सहजानंद स्वामी के भक्त के रूप में दिखाया गया,गोदी मीडिया मे खबर को लेकर पसरा सन्नाटा !
साधु-संतों ने इसे हनुमान का अपमान बताते हुए विरोध जताया !
गुजरात के सालंगपुर के मंदिर में हनुमान जी को सहजानंद स्वामी के भक्त के रूप में दिखाये जाने के बाद विवाद पैदा हो गया था. साधु-संतों ने इसे हनुमान का अपमान बताते हुए विरोध जताया था और भित्ति चित्र हटाने की मांग की थी. इसे लेकर कल बैठक हुई थी. बैठक के बाद विवादित भित्ति चित्र हटाने का निर्णय किया गया
संतों ने स्वामी नारायण संप्रदाय के प्रबंधन से शिकायत की गई थी और विरोध कर रहे संतों ने आकृति को तुरंत हटाने की मांग की थी. सोमवार को विश्व हिंदू परिषद के पदाधिकारियों ने बैठक की. यह बैठक शिवानंद आश्रम में हुई.
बैठक में हिंदू संतों और चैतन्य शंभू महाराज ने हिस्सा लिया था. इसमें स्वामी नारायण संप्रदाय के प्रमुख लोग मौजूद थे. इस बैठक में विवादास्पद भित्तिचित्र हटाने पर सहमति बनी. बैठक में सहमति के बाद भित्तिचित्र हटा दिया गया.
बता दें कि गुजरात के सालंगपुर के प्रसिद्ध सालंगपुर मंदिर में हनुमान जी की प्रतिमा के बेस पर उकेरी गई आकृति पर विवाद हो गया था. इसमें एक आकृति में हनुमान जी को सहजानंद स्वामी के भक्त के रूप में दिखाया गया था.
सहजानंद स्वामी को हनुमान जी का भक्त दिखाये जाने के बाद विवाद पैदा हो गया था और उसका जबदस्त विरोध हो रहा था. साधु-संतों के साथ-साथ विश्व हिंदू परिषद भी इस विवादित भत्तिचित्र का विरोध कर रहा था. उसके बाद इसे लेकर राजनीतिक स्तर भी बैठकें हुईं और उसके बाद अंत में इसका समाधान निकाल लिया गया.
बता दें कि सालंगपुर मंदिर का स्वामी नारायण संप्रदाय सालंगपुर धाम का प्रबंधन करता है और भत्तिचित्र बनाये जाने से यह मंदिर और संप्रदाय विवादों से घिर गया था और अब यह विवाद शांत हो गया है.