बिहार के भागलपुर में निर्माणाधीन पुल गिरा या फिर पुल को जानबूझकर ढहाया गया ? जानिये इस खबर में
बिहार के भागलपुर में निर्माणाधीन पुल गिरा या फिर पुल को जानबूझकर ढहाया गया ? जानिये इस खबर में
बिहार के खगड़िया जिले को भागलपुर से जोड़ने वाले अगुवानी-सुल्तानगंज पुल के ढहने का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. पुल के ढहने को लेकर अब सत्ता पक्ष और विपक्ष में आरोप-प्रत्यारोप का दौर शुरू हो चुका है.
बिहार के भागलपुर में अगुवानी-सुल्तानगंज निर्माणाधीन पुल गिर गया। #Bihar pic.twitter.com/dSRPgGdF4K
— News Network 24×7 (@24x7_network) June 4, 2023
14 महीने में दूसरी बार पुल ढहने को लेकर बीजेपी जहां नीतीश कुमार सरकार को निशाने पर ले रही है तो वहीं तेजस्वी यादव ने सड़क निर्माण विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव प्रत्यय अमृत के साथ प्रेस-कॉन्फ्रेंस की. तेजस्वी यादव ने कहा कि जब इससे पहले पुल गिरने की घटना हुई थी, तब भी हमने आशंका व्यक्त कि थी हमें पुल के सभी सेगमेंट की जांच करानी चाहिए. इसको लेकर रिव्यू मीटिंग भी की गई. आईआईटी रुड़की ने पुल गिरने का कारण आंधी-तूफान बताया था. हमें इसके डिजाइन में पहले से ही फॉल्ट लगा था. इसी वजह से इसे पूरे तरीके से ध्वस्त करके फिर से कार्य प्रारंभ करने का निर्णय हमने लिया.
तेजस्वी यादव ने कहा कि ऐसा निर्णय इसलिए लिया गया, क्योंकि आईआईटी रुड़की के विशेषज्ञों ने इसके डिजाइन में ‘गंभीर खामियां’ पाई थीं. आईआईटी रुड़की ने इस पूरे पुल के डिजाइन की जांच की थी. वहीं अतिरिक्त मुख्य सचिव प्रत्यय अमृत ने कहा कि सरकार खराब पुल के कुछ हिस्सों को हटाने से पहले अंतिम रिपोर्ट का इंतजार नहीं करना चाहती थी, क्योंकि इसमें जोखिम काफी ज्यादा था. इसलिए पुल को ढहाने का निर्णय लिया गया.
तेजस्वी यादव ने कहा कि आपको याद होगा कि इस पुल का एक हिस्सा पिछले साल 30 अप्रैल को ढह गया था. मैंने विपक्ष के तत्कालीन नेता के रूप में अपनी क्षमता में इसे मजबूती से उठाया था. सत्ता में आने पर हमने जांच का आदेश दिया और विशेषज्ञ की राय मांगी. साथ ही आईआईटी रुड़की से संपर्क किया. आईआईटी रुड़की ने पुल निर्माण की बारीकी से जांच की. अभी तक अंतिम रिपोर्ट आनी बाकी है, लेकिन इस पुल के डिजाइन का अध्ययन करने वाले विशेषज्ञों ने हमें बताया था कि इस पुल के डिजाइन में गंभीर खामियां हैं.