पीएम मोदी ने पापुआ न्यू गिनी के प्रधानमंत्री के साथ की बातचीत कर सहयोग बढ़ाने FIPIC देशों को स्वास्थ्य, शिक्षा, पेयजल की सभी सुविधाएं देने ,साझेदारी को मजबूत करने का लिया संकल्प
पीएम मोदी ने पापुआ न्यू गिनी के प्रधानमंत्री के साथ की बातचीत कर सहयोग बढ़ाने FIPIC देशों को स्वास्थ्य, शिक्षा, पेयजल की सभी सुविधाएं देने ,साझेदारी को मजबूत करने का लिया संकल्प
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को पापुआ न्यू गिनी के अपने समकक्ष जेम्स मारापे के साथ वाणिज्य, प्रौद्योगिकी, स्वास्थ्य सेवा के साथ-साथ जलवायु परिवर्तन को संबोधित करने में सहयोग बढ़ाने के तरीकों पर बातचीत की।
मोदी जापान के हिरोशिमा में जी7 शिखर सम्मेलन में भाग लेने के बाद तीन देशों के दौरे के दूसरे चरण में पापुआ न्यू गिनी पहुंचे। सोमवार सुबह ट्विटर पर उन्होंने कहा, प्रधानमंत्री जेम्स मारापे और मेरे बीच बहुत ही उपयोगी बातचीत हुई, जिसमें भारत और पापुआ न्यू गिनी के बीच द्विपक्षीय संबंधों की पूरी श्रृंखला शामिल थी। हमने वाणिज्य, प्रौद्योगिकी, स्वास्थ्य सेवा और क्षेत्र में सहयोग बढ़ाने के तरीकों पर चर्चा की।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने पापुआ न्यूगिनी की राजधानी में आयोजित फोरम फॉर इंडिया-पैसिफिक आइलैंड्स कोऑपरेशन (फिपिक) के तीसरे शिखर सम्मेलन के समापन समारोह को संबोधित करते हुए ये घोषणाएं कीं।
भारत ने प्रशांत द्वीपीय देशों के लिए स्वास्थ्य, पेयजल, शिक्षा, सूचना प्रौद्योगिकी और औद्योगिक विकास के लिए कई महत्वपूर्ण सौगातें देने की आज घोषणा की और मानवीय सहयोग की इस साझीदारी को और मजबूत करने का संकल्प व्यक्त किया।
मोदी ने अपने संबोधन में फिपिक शिखर सम्मेलन में 14 प्रशांत द्वीप देशों – फिजी, पापुआ न्यू गिनी, टोंगा, तुवालु, किरिबाती, समोआ, वानुअतु, नीयू, माइक्रोनेशिया के संघीय राज्य, रिपब्लिक ऑफ मार्शल आइलैंड्स, कुक आइलैंड्स, पलाऊ, नौरू और सोलोमन आइलैंड्स के नेताओं के आने और विचार मंथन में शामिल होने के लिए धन्यवाद दिया और कहा कि आज के इस मंथन से जो विचार उभरे हैं, उनपर निश्चित रूप से गौर किया जाएगा। उन्होंने कहा कि हमारी कुछ साझा प्राथमिकताएँ हैं और प्रशांत द्वीपीय देशों की कुछ आवश्यकताएँ हैं।