पंजाब के शिक्षा मंत्री परगट सिंह की दिल्ली के शिक्षा मंत्री मनीष सिसोदिया को खुली चुनौती हम 10 स्कूलों की जगह पंजाब और दिल्ली के 250-250 स्कूल लेंगे।
पंजाब के शिक्षा मंत्री परगट सिंह की दिल्ली के शिक्षा मंत्री मनीष सिसोदिया को खुली चुनौती हम 10 स्कूलों की जगह पंजाब और दिल्ली के 250-250 स्कूल लेंगे।
आपको बता दे दिल्ली के शिक्षा मंत्री मनीष सिसोदिया ने एक ट्वीट कर पंजाब के शिक्षा मंत्री परगट सिंह को दिल्ली के 10 सरकारी के स्कूलों का दौरा कर पंजाब और दिल्ली के शिक्षा मॉडल पर सार्वजनिक बहस करने का आमंत्रण दिया था !
मनीष सिसोदिया ने अपने ट्वीट में लिखा था “मैं माननीय शिक्षा पंजाब परगट सिंह को संयुक्त रूप से 10 दिल्ली सरकार के स्कूलों का दौरा करने के लिए आमंत्रित करना चाहता हूं जिनमें हमने पिछले 5 वर्षों में सुधार किया है और 10 पंजाब सरकार के स्कूलों में उनकी सरकार ने 5 वर्षों में सुधार किया है।
तो चलिए दिल्ली और पंजाब के शिक्षा मॉडल पर सार्वजनिक बहस करते हैं “
I’d like to invite Hon. Education Min. of Punjab @PargatSOfficial to jointly visit 10 Delhi Govt schools which we have reformed in last 5 years and 10 Punjab govt schools which his Govt has reformed in 5 years.
Then let’s have public debate on the edu models of Delhi and Punjab https://t.co/xzLAsD1P1Q
— Manish Sisodia (@msisodia) November 25, 2021
जिसके जवाब में पंजाब के शिक्षा मंत्री परगट सिंह ने मनीष सिसोदिया के आमंत्रण को स्वीकार कर एक के बाद एक कुल सात ट्वीट किये जिनमे उन्होंने लिखा “मैं दिल्ली के शिक्षा मंत्री श्री.
माननीय मनीष सिसोदिया का स्वागत करता हूं।
पंजाब सरकार के स्कूलों की तुलना दिल्ली के स्कूलों से करने का सुझाव। हालाँकि हम पंजाब और दिल्ली के 10 स्कूलों के बजाय 250 स्कूलों को लेंगे।
परगट सिंह ने लिखा “-हम एनपीजीआई इंडेक्स पर स्कूलों की तुलना करेंगे। हम स्कूल के बुनियादी ढांचे और स्मार्ट कक्षाओं की संख्या पर बहस करेंगे।
-हम राज्य के ग्रामीण और सीमावर्ती क्षेत्रों में स्कूलों के विकास के बारे में बहस करेंगे”
“हम नए भर्ती शिक्षकों और स्थायी शिक्षकों के आंकड़ों की तुलना करेंगे। हम सीमावर्ती स्कूलों में शिक्षकों की बढ़ी हुई संख्या का डेटा लेंगे। हम दोनों राज्यों के शिक्षक अनुपात के छात्र की तुलना करेंगे।”
:हम दिल्ली जैसे कॉम्पैक्ट स्थान की तुलना में पंजाब के दूर-दराज के इलाकों में 7 गुना अधिक स्कूलों के प्रबंधन की चुनौतियों और परिसरों के बारे में भी तुलना करेंगे।
-इसकी तुलना में हम पिछले 4.5 वर्षों में सरकारी स्कूलों में नामांकित छात्रों की संख्या लेंगे। (”
“हम गुणवत्तापूर्ण शिक्षा में ग्रामीण छात्रों की उपलब्धियों के बारे में बात करेंगे। हम दलित और समाज के आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग के बच्चों की उपलब्धियों के बारे में बात करेंगे।”
हम यह भी बहस करेंगे कि क्या सिर्फ दिखावे के लिए 10 स्कूलों पर करोड़ों खर्च करना उचित है या राज्य के सैकड़ों सरकारी स्कूलों को आवश्यकतानुसार अनुदान देकर लाखों छात्रों को सुविधाएं प्रदान करना।”
हम वाद-विवाद में संबंधित राज्यों की आर्थिक स्थिति और अनुदान वितरण में केंद्र द्वारा भेदभाव की तुलना भी करेंगे
मनीष सिसोदिया की और से अभी तक आमंत्रण पर कोई नयी जानकारी सजह नहीं की गयी है
I welcome the Hon. edu. Minister of Delhi Sh.@msisodia‘s suggestion to compare Punjab govt schools with Delhi Schools.However We will take 250 schools each of Punjab and Delhi instead of 10 schools.#EducationRevolutionInPuniab
(1/7) https://t.co/Heu3ZA7xXA pic.twitter.com/Z6MaVJQzSl— Pargat Singh (@PargatSOfficial) November 26, 2021