प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को संविधान को नुकसान पहुंचाने और लोकतंत्र से छेड़छाड़ करने की कला में महारत हासिल है:- खड़गे
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने गुरुवार को प्रधानमंत्री द्वारा की गई टिप्पणी की आलोचना करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री को लोकतंत्र से छेड़छाड़ करने और संविधान को नुकसान पहुंचाने की कला में महारत हासिल है।
खड़गे ने सोशल मीडिया एक्स पर लिखा, “मोदी, एक के बाद एक संस्थाओं को धमका रहे हैं, इसलिए वह अपने पापों के लिए कांग्रेस पार्टी पर आरोप लगाना बंद करें।”
उन्होंने आगे कहा, “मोदी न्यायपालिका की बात कर रहे हैं। वह आसानी से भूल जाते हैं कि सर्वोच्च न्यायालय के चार वरिष्ठतम न्यायाधीशों को एक अभूतपूर्व संवाददाता सम्मेलन आयोजित करके लोकतंत्र के विनाश के खिलाफ चेतावनी देने के लिए मजबूर होना पड़ा था। यह उनके शासनकाल में हुआ।”
खड़गे ने अपने पोस्ट में इस बात का भी उल्लोख किया कि प्रधानमंत्री उनमें से एक न्यायाधीश को राज्यसभा के लिए नामित किया और पश्चिम बंगाल में उच्च न्यायालय के एक पूर्व न्यायाधीश को आगामी लोकसभा चुनाव में उम्मीदवार बनाया है।
अपने पोस्ट में, कांग्रेस अध्यक्ष ने प्रधानमंत्री से सवाल किया कि राष्ट्रीय न्यायिक नियुक्ति आयोग (एनजेएसी) कौन लाया? इसे माननीय उच्चतम न्यायालय ने क्यों अटका दिया?
My statement on PM @narendramodi's remarks on Judiciary – https://t.co/yLtSR8zKkF pic.twitter.com/RSGc2jIrBC
— Mallikarjun Kharge (@kharge) March 28, 2024
उल्लेखनीय है कि प्रधानमंत्री मोदी ने देश की सबसे पुरानी पार्टी कांग्रेस पर हमला करते हुए कहा था कि, “दूसरों को धमकाना और डराना कांग्रेस संस्कृति पुरानी है”। मोदी की टिप्पणी लगभग 600 प्रमुख वकीलों द्वारा भारत के मुख्य न्यायाधीश डी वाई चंद्रचूड़ को लिखे गए पत्र के बाद सामने आई है, जिसमें निहित स्वार्थी समूहों पर चिंता व्यक्त की गई है कि वे न्यायपालिका की अखंडता को कमजोर करने के लिए दबाव डालने की कोशिश कर रहे हैं।