राष्ट्रीय

सालों #NDTV का बहिष्कार करने वाली भाजपा को याद आयी प्रेस की आज़ादी, पत्रकारों के बहिष्कार पर जारी किया अपना बयान !

सात साल बहिष्कार झेला है। सात घंटे भी नहीं हुए। ऐसा लग रहा है कल प्रधानमंत्री पहली बार प्रेस कांफ्रेंस कर ही देंगे। प्रेस की आज़ादी की रक्षा के लिए।

INDIA गठबंधन ने ऐसे 14 टीवी न्यूज एंकर्स की सूची जारी की है, जिनके कार्यक्रमों में विपक्षी गठबंधन में शामिल कोई भी दल अपने नेता या प्रवक्ता को नहीं भेजेंगे। इस सूची के सामने आते ही मिश्रित प्रतिक्रियाएं देखने को मिल रही हैं।

जैसा कि अपेक्षा थी, बीजेपी ने इस फैसले की तीखी आलोचना की है। बीजेपी अध्यक्ष जे पी नड्डा ने तो पूरे विपक्ष और खासतौर से कांग्रेस पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि यह मीडिया को खामोश करने की कोशिश है। उत्तर प्रदेश भाजपा ने पत्रकारों के समर्थन में बयान भी जारी किया है

 

याद रहे करें यह उस बीजेपी का बयान है जो सालों NDTV का बहिष्कार करती रही है,देश के सबसे चर्चित वी प्रमुख पत्रकार रवीश कुमार ने ट्वीट कर लिखा

“सात साल बहिष्कार झेला है। सात घंटे भी नहीं हुए। ऐसा लग रहा है कल प्रधानमंत्री पहली बार प्रेस कांफ्रेंस कर ही देंगे। प्रेस की आज़ादी की रक्षा के लिए। जहां ये सारे लोग सवाल पूछते नज़र आएँगे। उसके बाद ये सारे लोग सना इरशाद मट्टू से इसके लिए (तस्वीर देखें) माफ़ी माँगने भी जाएँगे। फोटो पत्रकार दानिश सिद्दीक़ी के मारे जाने के बाद दो शब्द नहीं कहा गया। किसने नहीं कहा, क्या आप उनका नाम जानते हैं? मनदीप पुनिया का पेज रोकने के लिए नोटिस किस सरकार ने भेजा था? क्या नाम जानते हैं? गोदी मीडिया भारत के लोकतंत्र के लिए ख़तरा है। विपक्ष को अपनी हर रैली में जनता को बताना चाहिए। अगर वह यह काम नहीं करता है तो लोकतंत्र के भविष्य को लेकर गंभीर नहीं है”


 

फैक्टचेकर और आल्ट न्यूज के सह संस्थापक मोहम्मद जुबैर ने ऐसे कुछ डिबेट के स्क्रीन शॉट शेयर करके बताया कि आखिर इन एंकर्स का बहिष्कार करना क्यों जरूरी था।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button
×