किसानों के सामने घुटनो पर आयी महाराष्ट्र की शिंदे सरकार मानी किसानो की अधिकतर मांगे ,फिलहाल मार्च रुका,किसानो की दो टूक फैसले पर अमल नहीं होने पर दोबारा होगा मार्च !
किसानों के सामने घुटनो पर आयी महाराष्ट्र की शिंदे सरकार मानी किसानो की अधिकतर मांगे ,फिलहाल मार्च रुका,किसानो की दो टूक फैसले पर अमल नहीं होने पर दोबारा होगा मार्च !

महाराष्ट्र में नासिक से मुंबई तक मार्च कर रहे संकटग्रस्त किसानों से वार्ता के बाद महाराष्ट्र सरकार ने उनकी अधिकतर मांगें मानने का ऐलान किया है। इसके बाद किसानों ने पुणे में अपना मार्च रोक दिया है, लेकिन कहा है कि अगर सरकार वादे पर अमल नहीं करती है तो मार्च जारी रहेगा। इसकी पुष्टि महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री और अखिल भारतीय किसान सभा के नेताओं ने की है।
किसान नेता केपी गावित ने महाराष्ट्र के सीएम और डिप्टी सीएम से लंबी वार्ता के बाद कहा कि हमने 12-13 मांगें रखी हैं और उन सभी पर चर्चा की है लेकिन सरकार को किए गए फैसलों पर अमल करना है। पिछले 2 बार से अब तक कुछ नहीं हुआ इसलिए इस बार हमने सरकार को संकेत दिया है कि वह इसे लागू करना शुरू करें, नहीं तो जो लॉन्ग मार्च रुका हुआ है वह मुंबई की ओर बढ़ेगा।
माकपा विधायक विनोद निकोल ने कहा कि राज्य के अधिकार क्षेत्र से संबंधित अधिकांश को सुलझा लिया गया है, जबकि केंद्र के दायरे में आने वाली मांगों का अभी तक हल नहीं किया गया है। निकोल ने कहा कि हमने वाशिंद में ‘लॉन्ग मार्च’ को रोकने का फैसला किया है। जब तक सरकार अगले दो दिनों के भीतर हमारी मांगों को लागू करने के लिए जिला स्तर तक संबंधित आदेश जारी नहीं करती है, तब तक आंदोलन बंद नहीं किया जाएगा