मुस्लिम सासंदो को देश की संसद में आतंकी भड़वा कटुआ कहा गया ,शहरों के मुस्लिम नाम बदले गए तब मोदी क्यों चुप रहे ?क्या मोदी सार्वजनिक जीवन में शमसान कब्रिस्तान ,जैसे शब्दों को उचित समझते है ?
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक निजी चैनल को दिए इंटरव्यू में अपने ‘घुसपैठियों और ‘ज्यादा बच्चे पैदा करने वाले बयान पर कहा कि ‘ये गलत बात है, मैंने केवल मुसलमानों की बात नहीं की. मैंने हर गरीब परिवार की बात कही. पीएम मोदी ने इसके साथ ही कहा, ‘मैंने न हिंदू कहा, न मुसलमान कहा… जिस दिन मैं हिंदू-मुसलमान करने लगूंगा, मैं सियासत करना बंद कर दूंगा. मैं सबको बराबर देखता हूं. ये मेरा संकल्प है.
मोदी ने अपने भाषण में मुसलमानों को घुसपैठिया और ज़्यदा बच्चे वाला कहा था। अब वो कह रहे हैं कि वो मुसलमानों की बात नहीं कर रहे थे, उन्होंने कभी हिन्दू-मुस्लिम नहीं किया।
ये झूठी सफ़ाई देने में इतना वक़्त क्यों लग गया? मोदी का सियासी सफ़र सिर्फ़ और सिर्फ़ मुस्लिम विरोधी सियासत पर…
— Asaduddin Owaisi (@asadowaisi) May 14, 2024
AIMIM प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर हमला बोला है. उन्होंने ट्वीट करते हुए कहा कि पीएम मोदी ने अपने भाषण में मुसलमानों को घुसपैठिया और ज्यादा बच्चे वाला कहा था. अब वो कह रहे हैं कि मुसलमानों की बात नहीं कर रहे थे, उन्होंने कभी हिंदू-मुस्लिम नहीं किया.
ओवैसी ने आगे कहा, “ये झूठी सफाई देने में इतना वक्त क्यों लग गया? मोदी का सियासी सफर सिर्फ और सिर्फ मुस्लिम विरोधी सियासत पर बना है. इस चुनाव में मोदी और भाजपा ने मुसलमानों के खिलाफ अनगिनत झूट और बेहिसाब नफरत फैलाई है.” ओवैसी ने पीएम मोदी पर हमला जारी रखते हुए कहा, “कटघरे में सिर्फ मोदी नहीं हैं, बल्कि हर वो वोटर है जिसने इन भाषणों के बावजूद भाजपा को वोट दिया.”
बता दें कि, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बीते 21 अप्रैल को राजस्थान की एक रैली में पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के एक पुराने भाषण का हवाला देते हुए मुसलमानों पर टिप्पणी की थी, जिसमें उन्हें उन्हें ‘घुसपैठिए’ और ‘ज़्यादा बच्चे पैदा करने वाला’ कहा था. हालांकि, पीएम मोदी के इस बयान पर काफी विवाद हुआ था और चुनाव आयोग से भी शिकायत की गई थी.