आपको बता दें जब पंडित राजन मिश्रा सांसों के लिए तड़प रहे थे, तब उन्हें ये देश वेंटीलेटर तक मुहैया नहीं करा पाया था।
अब उन्ही के नाम अस्पताल का पोस्टर इतनी बेशर्मी के के गिद्द भी शरमा जाए !
आपको बता दें जब पंडित राजन मिश्रा सांसों के लिए तड़प रहे थे, तब उन्हें ये देश वेंटीलेटर तक मुहैया नहीं करा पाया था।
अब उन्ही के नाम अस्पताल का पोस्टर इतनी बेशर्मी के के गिद्द भी शरमा जाए !