नौ महीने तक आतंकवाद के झूठे आरोपों में हिरासत में रखा गया। मानवाधिकार कार्यकर्ता को गिरफ्तार करना माफ़ी लायक नहीं है।”-मैरी लॉलर
मानवाधिकार कार्यकर्ता को गिरफ्तार करना माफ़ी लायक नहीं है।”-मैरी लॉलर
भारत के मानवाधिकार कार्यकर्ता फादर स्टेन स्वामी के निधन की खबर ने पूरी दुनिया को झंझोड़ दिया है ! सोशल मीडिया पर प्रतिक्रिया देते हुए कई लोगों ने उनकी मौत को मर्डर बताया है।
मानवाधिकार पर यूएन (संयुक्त राष्ट्र) की विशेष दूत मैरी लॉलर ने स्वामी की मौत पर सवाल उठाते हुए ट्वीट किया है उन्होंने अपने ट्वीट में लिखा है !
The news from #India today is devastating. Human Rights Defender & Jesuit priest Fr Stan Swamy has died in custody, nine months after his arrest on false charges of terrorism. Jailing HRDs is inexcusable. He explains his work here: https://t.co/kKPhM6IaHu pic.twitter.com/YoEpst0ol2
— Mary Lawlor UN Special Rapporteur HRDs (@MaryLawlorhrds) July 5, 2021
“आज भारत से दिल दहलाने वाली खबर आई है। मानवाधिकार रक्षक फादर स्टेन स्वामी की कस्टडी में मौत हो गई है।
उन्हें नौ महीने तक आतंकवाद के झूठे आरोपों में हिरासत में रखा गया। मानवाधिकार कार्यकर्ता को गिरफ्तार करना माफ़ी लायक नहीं है।”
कौन थे फादर स्टेन स्वामी
स्वामी आदिवासियों को सशक्त बनाने के लिए समर्पित संगठन ‘बगैचा’ के संस्थापक थे।फादर स्वामी को राष्ट्रीय सुरक्षा एजेंसी (NIA) ने भीमा कोरेगाव हिंसा मामले में अक्टूबर 2020 में गिरफ्तार किया था। फादर स्टेन स्वामी पार्किंसंस रोग और अन्य रोगों से जूझ रहे थे। इलाज के दौरान वह कोरोना पॉजिटिव भी पाए गए थे।