राष्ट्रीय
अपने गुनाहों पे पर्दा डालता एक ऊँचे कद का शंहशाह !
पहले अहमदाबाद की झुग्गियों को ऊँची ऊँची दीवारों में दफ़न कर अपनी नाकामियों को ढका गया !
अब लखनऊ में बैकुंठ धाम शमशान को ढका जा रहा है.
क्यूंकि साहब के चम्चमाते व्यक्तित्व पे ये सब अच्छा नहीं लगता !