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मोरबी पुल त्रासदी: कोर्ट में दर्ज पुलिस और सरकारी वकील के बयान से हुए चौंकाने वाले खुलासे, Oreva कंपनी के मैनेजर ने मोरबी घटना को ‘एक्ट ऑफ गॉड’ बताया, !

मोरबी पुल त्रासदी: कोर्ट में दर्ज पुलिस और सरकारी वकील के बयान से हुए चौंकाने वाले खुलासे, Oreva कंपनी के मैनेजर ने मोरबी घटना को 'एक्ट ऑफ गॉड' बताया, !

गुजरात के मोरबी पुल हादसे को लेकर पुलिस ने जो बयान स्थानीय अदालत में दर्ज कराया है, उससे कई चौंकाने वाले खुलासे हुए हैं। साथ ही इस बयान से एक बात और साफ हो गई है कि हादसा पुल की मरम्मत में लापरवाही की वजह से हुआ, जिसकी कीमत 141 से ज्यादा जानों को खोकर चुकानी पड़ी।

 

इंडियन एक्सप्रेस’ की एक रिपोर्ट के मुताबिक, जांच अधिकारी और मोरबी के डीएसपी पीए जाला ने कोर्ट को अपने बयान में बताया कि झूलता पुल के तार जंग खा गए थे और उनकी मरम्मत की जाती को तो यह हादसा नहीं होता। डीएसपी जाला ने कोर्ट को बताया, “गांधीनगर से आई एक टीम की फोरेंसिक साइंस लेबोरेटरी की रिपोर्ट के मुताबिक, पुल पर कितने लोगों को जाना चाहिए, इसकी क्षमता को निर्धारित किए बिना और बगैर सरकार की मंजूरी के पुल 26 अक्टूबर को खोल दिया गया था। रख-रखाव और मरम्मत के हिस्से के रूप में कोई जीवन रक्षक उपकरण या लाइफगार्ड तैनात नहीं किए गए थे।”

 

जाला ने कोर्ट में आगे कहा पुल तारों पर टिका था और तारों की कोई ऑयलिंग या ग्रीसिंग नहीं हुई थी। उन्होंने अदालत को यह भी बताया कि जहां से पुल के तार टूटे, वे जंग खाए हुए थे। अगर तारों की मरम्मत की गई होती तो हादसा नहीं होता। डीएसपी ने अपने बयान में कहा कि क्या काम हुआ और कैसे किया गया, इसका कोई दस्तावेज नहीं रखा गया। जो सामग्री खरीदी गई, इस्तेमाल की गई, उसकी जांच होनी बाकी है।

 

सरकारी वकील ने भी किए चौंकाने वाले खुलासे

रिपोर्ट के अनुसार, सरकारी वकील एचएस पांचाल ने कोर्ट को बताया कि अब तक की जांच से यह बता सामने आई है कि ठेकेदार योग्य इंजीनियर नहीं थे और मरम्मत का काम उन्होंने नहीं किया था। जांच में इस बात के संकेत भी मिले हैं कि एल्यूमीनियम के तख्तों की वजह से पुल ढह गया होगा, जिसमें काफी वजन था।

वहीं, पुल के रखरखाव के लिए जिम्मेदार और गिरफ्तार किए गए नौ लोगों में से एक ओरेवा कंपनी के एक मैनेजर दीपक पारेख ने मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट और अतिरिक्त वरिष्ठ सिविल न्यायाधीश एमजे खान को बताया कि यह भगवान की इच्छा थी कि ऐसी दुर्भाग्यपूर्ण घटना हुई।

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