राष्ट्रीय
कभी पकौड़ा रोज़गार, ,कभी गोबर उद्योग,कभी नाले से गैस जैसे नायब आविष्कार की बात करने वाली मोदी सरकार युवाओं को नौकरी देने के मामले में फिस्सड्डी साबित हुई !
2014 से लेकर अब तक कुल करीब 22 करोड़ लोगों ने केंद्र सरकार में नौकरी के लिए आवेदन दिया, लेकिन नौकरी मिली सिर्फ 7 लाख 22 हजार लोगों को।
आठ साल पहले केंद्र की सत्ता में आई मोदी सरकार ने तब हर साल दो करोड़ युवाओं को नौकरी देने का वादा किया था. लेकिन बुधवार को सरकार ने संसद में जो आंकड़े पेश किए हैं, वे हक़ीक़त की दूसरी ही तस्वीर बयान करते हैं. ये जानकर हैरानी होती है कि सरकार इन आठ सालों में औसतन हर साल एक लाख युवाओं को भी सरकारी नौकरी नहीं दे सकी है !
केंद्रीय कार्मिक राज्य मंत्री जितेंद्र सिंह ने बुधवार को लोकसभा में दिए एक लिखित जवाब में बताया कि 2014-15 से 2021-22 के दौरान केंद्र सरकार के अलग-अलग विभागों में 7 लाख 22 हजार 311 लोगों को भर्ती करने की सिफारिश की गई लेकिन नौकरी, मिली महज 7 लाख 22 हजार लोगों को !