अजमेर शरीफ दरगाह का मंदिर होने का दावा, हिन्दू संगठनों ने की एएसआई से सर्वेक्षण करवाने की मांग !
अजमेर शरीफ दरगाह का मंदिर होने का दावा, हिन्दू संगठनों ने की एएसआई से सर्वेक्षण करवाने की मांग !
ज्ञानवापी मस्जिद कुतुब मीनार और ताजमहल जैसे मसलों पर विवादों के बीच अब अजमेर की हजरत ख्वाजा गरीब नवाज दरगाह को लेकर हिंदू संगठन ने चौंकाने वाला दावा किया है। हिंदू संगठन ने दावा किया है कि राजस्थान के अजमेर में सूफी संत मोइनुद्दीन चिश्ती का दरगाह कभी मंदिर था।
हिंदूवादी संगठन महाराणा प्रताप सेना ने अजमेर स्थित हजरत मोईनुद्दीन चिश्ती की दरगाह, पूर्व में मंदिर होने का दावा करते हुए भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण विभाग (एएसआई) से सर्वे करवाने की मांग की है। महाराणा प्रताप सेना के राजवर्धन सिंह परमार ने दावा किया कि दरगाह की दीवारों व खिडकियों में हिन्दू धर्म से संबंधित चिह्न है।
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, महाराणा प्रताप सेना के राजवर्धन सिंह परमार ने कहा ख्वाजा गरीब नवाज की दरगाह पहले एक प्राचीन हिंदू मंदिर थी। दीवारों और खिड़कियों पर स्वास्तिक के चिन्ह बने हुए हैं। हम मांग करते हैं कि एएसआई दरगाह का सर्वेक्षण करे।