राष्ट्रीय

किरण नेगी गैंगरेप “-घटना के 10 साल बाद भी परिवार अभी भी इंसाफ का इंतजार कर रहा है।

2012 में नौकरी पर गई किरण को अगवा किया गया,दरिंदों ने रेप किया, आँख में तेजाब डाला, प्राइवेट पार्ट में शराब की बोतल डालकर हत्या कर दी। 2014 में दरिंदों को फांसी की सजा मिली पर आजतक हुई नहीं।.

किरण नेगी गैंगरेप की घटना को 10 साल होने को आए हैं, लेकिन परिवार अभी भी इंसाफ का इंतजार कर रहा है। किरण नेगी का गैंगरेप करने वाले तीनों दरिंदों को हाई कोर्ट ने साल 2014 में ही फांसी की सजा सुना दी थी। लेकिन, फिर ये मामला सुप्रीम कोर्ट पहुंचा और लटक गया।

 

हमारी कानून व्यवस्था अपराधियों को पनाह देती है

 

किरण के पिता का कहना है हम न्याय के लिए ही दौड़ रहे हैं, लेकिन न्याय मिल नहीं रहा है। हमारी कानून व्यवस्था अपराधियों को पनाह देती है और पीड़ितों से चक्कर कटवाती है। अगर हमारी बेटी हाथरस की होती तो न्याय मिलता, हमारी बेटी देश की निर्भया होती तो न्याय मिलता। ये निर्भया से पहले का केस है, निर्भया के मुलजिमों को फांसी हो गई, हम अभी भी लाइन में ही लगे हैं। हमें नहीं पता कि कब फांसी होगी।’


 

किरण नेगी के पीड़ित परिवार के साथ देश की जानी मानी प्रमुख समाज सेविका व् परी नामक संस्था की की संस्थापक योगिता भयाना ने उत्तराखंड और दिल्ली के लोगों ने एक साथ मिलकर #JantarMantar पर #JusticeForKiranNegi के लिए मार्च निकाला और मांग की की बलात्कारियों के लिए आजीवन कारावास पर्याप्त नहीं है, उन्हें फांसी दी जानी चाहिए।,

 

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