मनमोहन सिंह को 2005 में जेएनयू में काले झंडों का सामना करना पड़ा था मनमोहन सिंह ने विरोध के बीच अपना भाषण शुरू किया, “मैं आपकी बातों से सहमत नहीं हो सकता,लेकिन मैं इसे कहने के आपके अधिकार की रक्षा करूंगा।”
मनमोहन सिंह को 2005 में जेएनयू में काले झंडों का सामना करना पड़ा था मनमोहन सिंह ने विरोध के बीच अपना भाषण शुरू किया, "मैं आपकी बातों से सहमत नहीं हो सकता, लेकिन मैं इसे कहने के आपके अधिकार की रक्षा करूंगा।"
देश के प्रधानमंत्री का विरोध कोई नयी बात नहीं है पंडित नेहरू से लेकर मनमोहन सिंह अनेको प्रधानमंत्री ने विरोध का सामना किया है लेकिन पद की गरिमा के अनुकूल कभी उल जलूल बयान नहीं दिया ना ही कभी इन विरोधो का कोई राजनैतिक फायदा उठाने की चेष्टा की
आपको बता दें छात्र नेता उम्र खालिद ने में एक ट्वीट किया था जिसमे उन्होंने लिखा था ” 2005 में, मनमोहन सिंह को अपनी आर्थिक नीतियों के विरोध में जेएनयू में काले झंडों का सामना करना पड़ा। यह एक बड़ी खबर बन गई। एडमिन ने तुरंत छात्रों को नोटिस भेजा। अगले ही दिन, पीएमओ ने हस्तक्षेप किया और प्रशासन से कोई कार्रवाई नहीं करने को कहा क्योंकि विरोध छात्रों का लोकतांत्रिक अधिकार था।
छात्र प्रदर्शनकारियों के नारेबाजी और काले झंडों का सामना कर रहे पीएम मनमोहन सिंह ने वोल्टेयर के हवाले से अपना भाषण शुरू किया, “मैं आपकी बातों से सहमत नहीं हो सकता, लेकिन मैं इसे कहने के आपके अधिकार की रक्षा करूंगा।”
In 2005, Manmohan Singh faced black flags in JNU as a protest against his economic policies. It became a big news. The admin immediately sent notices to students. The very next day, PMO intervened & asked the admin not to take any action as protest was students' democratic right.
— Umar Khalid (@UmarKhalidJNU) January 9, 2020