असम
जिग्नेश मेवानी को लंबे समय तक हिरासत में रखने के लिए बनाया गया मामला”:-कोर्ट
पुलिसकर्मी का बयान भरोसेमंद नहीं !
गुजरात के निर्दलीय विधायक जिग्नेश मेवानी को असम की एक अदालत द्वारा ज़मानत मिल गयी !असम के सेशंस कोर्ट के जज बारपेटा ए. चक्रवर्ती ने मेवानी को दुसरे FIR में ज़मानत देते हुए असम पुलिस को फटकार कड़ी लगायी !
बेहद कड़े शब्दों को प्रयोग करते हुए सेशंस कोर्ट के जज बारपेटा ए. चक्रवर्ती ने कोर्ट ने कि तत्काल मामले में पुलिसकर्मी का बयान भरोसेमंद नहीं था, बल्कि यह एक प्रयास था जिग्नेश मेवानी को लंबे समय तक हिरासत में रखने का
मेवाणी को असम पुलिस ने 20 अप्रैल को असम के कोकराझार के एक स्थानीय भाजपा नेता की शिकायत पर दर्ज प्राथमिकी में गुजरात से गिरफ्तार किया था