मुख्यमंत्री जी ने पैर भी धोये,मन भी अंदर से दुखी हुआ लेकिन पुलिस प्रशासन को कोई फर्क नहीं पड़ा, मध्य प्रदेश पुलिस के आदिवासी युवक पर अत्याचार की एक और घटना ,थाने में रात भर बंद कर खूब पीटा; छीने 80 हजार रुपए
मुख्यमंत्री जी ने पैर भी धोये,मन भी अंदर से दुखी हुआ लेकिन पुलिस प्रशासन को कोई फर्क नहीं पड़ा, मध्य प्रदेश पुलिस के आदिवासी युवक पर अत्याचार की एक और घटना ,थाने में रात भर बंद कर खूब पीटा; छीने 80 हजार रुपए
मध्य प्रदेश में आदिवासियों पर अत्याचार और उनकी पिटाई के मामले थम नहीं रहे हैं. ताजा मामला खण्डवा जिले का है. जिले के मांधाता थाना अंतर्गत मोरटक्का पुलिस चौकी प्रभारी पर आरोप है कि उन्होंने रुपए की मांग के लिए आदिवासी युवक को रातभर थाने में बंद कर पीटा और दबाव बनाकर उससे 80 हजार रुपए ले लिए.
अवैध शराब बेचने के मामले में मोरटक्का पुलिस ने आरोपी बद्री मेहता को गत सात जुलाई को गिरफ्तार किया था, जिसे पुलिस चौकी पर लाकर अगले दिन उसकी पिटाई की और पैसे की अनुचित मांग की. 40 वर्षीय पीड़ित बद्री मेहता ओम्कारेश्वर का निवासी है, जिसने बताया कि उससे मोरटक्का पुलिस चौकी प्रभारी सहायक-उपनिरीक्षक अखिलेश मण्डलोई ने एक लाख रुपयए की माग की थी, जिसके लिए उसे बुरी तरह पीटा.
बाद में दबाव में आकर उससे मोबाइल के माध्यम से एक पेट्रोल पंप पर दो बार रुपए का ऑनलाइन ट्रांजेक्शन करवाया. पहली बार में 20 हजार और दूसरी बार में 60 हजार रुपए लिए. पीड़ित ने खंडवा एसपी सत्येंद्र शुक्ल से शिकायत की. बताया कि बड़ी रकम की उगाही के लिए चौकी प्रभारी द्वारा उसे पीटा गया था.
उच्चाधिकारियों को शिकायत मिलने पर चौकी प्रभारी पर लगे आरोप की जांच की गई. प्रथम दृष्टया दोषी पाए जाने पर खंडवा एसपी सत्येंद्र कुमार शुक्ल ने मोरटक्का चौकी प्रभारी अखिलेश मंडलोई को सस्पेंड कर दिया.फिलहाल पूरे मामले को लेकर एसपी ने तत्काल जांच बैठा दी है.