सरदार पटेल के बाद अब केरल सरकार ने किया राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) पर बैन, त्रावणकोर देवस्वोम बोर्ड का आदेश मंदिरों में अब आरएसएस के शस्त्र प्रशिक्षण शिविर नही लगेगें।
सरदार पटेल के बाद अब केरल सरकार ने किया मंदिरों में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) पर बैन, त्रावणकोर देवस्वोम बोर्ड का आदेश आरएसएस के शस्त्र प्रशिक्षण शिविर नही लगेगें।
केरल के मंदिरों में अब राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) की शाखा लगाने पर बैन लगा दिया गया है। वहां मंदिरों का संचालन करने वाली संस्था त्रावणकोर देवास्वम बोर्ड ने सर्कुलर जारी कर आदेश दिया कि मंदिरों में सिर्फ धार्मिक अनुष्ठान हो। देवास्वम बोर्ड के सर्कुलर के बाद वहां की सियासत गर्मा गई है। केरल बीजेपी के नेताओं ने इसे लेफ्ट और कांग्रेस का जिहादी एजेंडा करार दिया। आरोप लगाया है कि ये मंदिरों पर कब्जे की साजिश है।
रल में मंदिरों का मैनेजमेंट संभालने वाले त्रावणकोर देवस्वम बोर्ड ने सभी मंदिरों के लिए जो सर्कुलर जारी किया है। उसमें कहा गया है कि मंदिरों में सिर्फ धार्मिक अनुष्ठान ही कराए जाएं। किसी भी राजनीतिक गतिविधि या आरएसएस की शाखा की इजाजत नहीं दी जाए। सर्कुलर में ये भी कहा गया है कि आदेश का पालन नहीं करने वाले अधिकारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। त्रावणकोर देवस्वम बोर्ड ने अधिकारियों को इस तरह की गतिविधियों पर प्रतिबंध लगाने के लिए कदम उठाने और मुख्यालय को रिपोर्ट करने के लिए भी कहा गया है। सर्कुलर के मुताबिक अगर, इसके बाद भी मंदिरों में ऐसे आयोजन होते हैं तो आम लोग भी बोर्ड में शिकायत कर सकते हैं।
त्रावणकोर देवस्वम बोर्ड के सर्कुलर पर केरल की राजनीति गर्मा गई है। बीजेपी ने बोर्ड के आदेश पर सवाल खड़े किए हैं। बीजेपी के मुताबिक देवस्वम बोर्ड को सिर्फ मंदिरों का मैनेजमेंट देखना है। वो मंदिर या उसकी प्रॉपर्टी का मालिक नहीं है। मंदिर की प्रॉपर्टी के मालिक भगवान हैं। बीजेपी ने कहा, ”देवस्वम बोर्ड मंदिर की प्रॉपर्टी का मालिक नहीं है वो सिर्फ मैनेजमेंट देखता है वो मालिक नहीं हैं। मंदिर के जो भगवान हैं वो कानूनी तौर पर नाबालिग हैं लेकिन ये उन्हीं की प्रॉपर्टी है। आप नहीं कह सकते कि आप प्रॉपर्टी मालिक हैं कानूनी तौर पर ऐसा नहीं हो सकता है। आप अगर उनके अभिभावक हैं तो आपकी जिम्मेदारी है कि उनके हित में फैसले लें।