“सबका नंबर आएगा ” पेटीएम ने एक ही झटके में 1000 से अधिक कर्मचारियों को नौकरी से निकला, वित्तीय वर्ष 2023-24 में पेटीएम का घाटा लगभग 292 करोड़ रुपये हो गया !
पेटीएम की मूल कंपनी ‘वन 97 कम्युनिकेशंस लिमिटेड’ ने 1,000 से अधिक कर्मचारियों को नौकरी से निकाल दिया है. पिछले कुछ महीनों में कंपनी ने अलग-अलग यूनिट्स में छंटनी की है. इकोनॉमिक्स टाइम्स ने अपनी एक रिपोर्ट में यह जानकारी दी है
रिपोर्ट के मुताबिक, कंपनी ने लागत में कटौती करने के लिए कर्मचारियों को निकाल दिया है और अपने विभिन्न व्यवसायों को फिर से व्यवस्थित कर रही है. अनुमान है कि इस छंटनी से वन97 कम्युनिकेशंस के कुल कार्यबल का कम से कम 10% प्रभावित होगा.
रिपोर्ट के मुताबिक, पेटीएम में यह छंटनी इस साल किसी भारतीय नए जमाने की टेक फर्म द्वारा की गई सबसे बड़ी छंटनी में से एक है। इस साल स्टार्टअप्स से सबसे ज्यादा कर्मचारियों की छंटनी हुई। इसके मुख्य कारण धन की कमी, व्यवसाय का पुनर्गठन, लागत में कटौती और अन्य थे।
पे
कंपनी के प्रवक्ता ने छंटनी की बात स्वीकार करते हुए कहा, ‘पेटीएम चालू वित्त वर्ष के दौरान कर्मचारियों की लागत में 10% -15% की कटौती करेगा। आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस आधारित ऑटोमेशन से जुड़ी भूमिकाएं इससे सबसे अधिक प्रभावित होंगी। हालाँकि, कंपनी के एक प्रवक्ता ने निकाले गए कर्मचारियों की संख्या पर असहमति जताई।
वित्तीय वर्ष 2023-24 की दूसरी तिमाही यानी जुलाई-सितंबर में पेटीएम का शुद्ध घाटा लगभग आधा घटकर 292 करोड़ रुपये हो गया. एक साल पहले इसी तिमाही में कंपनी का शुद्ध घाटा 571.5 करोड़ रुपये था.
सितंबर तिमाही में पेटीएम का राजस्व 32% बढ़कर 2,519 करोड़ रुपये हो गया, जबकि एक साल पहले इसी तिमाही में यह 1,914 करोड़ रुपये था. सितंबर तिमाही में कंपनी का प्रत्यक्ष खर्च 1,093 करोड़ रुपये रहा.
तिमाही आधार पर पेटीएम का रेवेन्यू 7 फीसदी बढ़ा है. जून तिमाही में इसका रेवेन्यू 2,341 करोड़ रुपये था. जून तिमाही में कंपनी का शुद्ध घाटा 358 करोड़ रुपये था.