मैं अपनी पूरी ताक़त से थूकता हूँ इस पर। आऽऽऽक थू,सोशल मीडिया यूजर्स का दैनिक जागरण अख़बार का बहिष्कार !
सोशल मीडिया यूजर्स का दैनिक जागरण अख़बार का बहिष्कार !
लखीमपुर खीरी में रविवार को हुई हिंसा में चार किसानों की मौत हो गई थी। लखीमपुर खीरी की रिपोर्टिंग को लेकर यूजर्स के निशाने पर आया ‘दैनिक जागरण’ अख़बार ट्विटर पर सोमवार सुबह से ही #दैनिक_जागरण_दलाल_है और #इतनी_बेशर्मी_लाते_कहां_से_हो ट्रेंड कर रहा है।
दरअसल लखीमपुर खीरी में रविवार को हुई हिंसा को लेकर दैनिक जागरण ने अपने अखबार में जो खबर छापी उसकी हेड़लाइन थी – “उत्तर प्रदेश में अराजक किसानों का उपद्रव, 6 की गई जान”। इस हेड़लाइन का देख सोशल मीडिया यूजर्स भड़क गए और उन्होंने अख़बार का बहिष्कार करना शुरु कर दिया।
देश के प्रमुख साहित्यकार व् सम्पादक अशोक कुमार पांडेय ने एक ट्वीट कर लिखा, “यह हत्यारों का मुखपत्र है। हमारे साहित्यकार इसके आयोजनों में हिंदी का भला करने जाते हैं। मैं अपनी पूरी ताक़त से थूकता हूँ इस पर। आऽऽऽक थू।”
यह हत्यारों का मुखपत्र है।
हमारे साहित्यकार इसके आयोजनों में हिंदी का भला करने जाते हैं।
मैं अपनी पूरी ताक़त से थूकता हूँ इस पर।
आऽऽऽक थू pic.twitter.com/cFDRzw5nVD— Ashok Kumar Pandey अशोक اشوک (@Ashok_Kashmir) October 4, 2021
करण थापर देशी नाम के एक यूजर ने लिखा, “1947 के बाद पहली बार कोई अखबार इतना गिरा है।”
1947 के बाद पहली बार कोई अखबार इतना गिरा है pic.twitter.com/jShpcs3QT7
— KARAN THAPAR DESI (@DesiStupides) October 4, 2021