अपने 88 वर्षीय बीमार दादा के लिये ऑक्सिजन मुहैया कराने की मांग तथा सामूहिक बलात्कार और हत्या पर आपत्ति जताने वाला कोई व्यक्ति क्या राजद्रोह का आरोपी हो सकता है?- जस्टिस लोकुर
न्यायमूर्ति लोकुर ने मधु बाबू मेमोरियल लेक्चर के उद्घाटन सत्र को संबोधित करते हुए कहा नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ प्रदर्शन लोगों के खिलाफ राजद्रोह के 25 मामले हाथरस में एक युवती से सामूहिक बलात्कार और उसकी हत्या की घटना हुई तो राजद्रोह के 22 मामले दायर किए गए। उन्होंने सवाल किया कि सामूहिक बलात्कार और हत्या पर आपत्ति जताने वाला कोई व्यक्ति क्या राजद्रोह का आरोपी हो सकता है?उन्होंने उत्तर प्रदेश की एक हालिया घटना का उल्लेख किया जिसमें एक व्यक्ति ने अपने 88 वर्षीय बीमार दादा के लिये ऑक्सिजन मुहैया कराने की मांग की थी। अमेठी पुलिस ने उसके खिलाफ महामारी अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया और उस पर लोगों के बीच डर पैदा करने का आरोप लगाया।
जस्टिस लोकुर ने न्यायपालिका की हालत पर चिंता जताई। उन्होंने कहा, ‘न्यायपालिका को पहले अपने घर को व्यवस्थित करना चाहिए।’