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भारत सरकार की नज़र में आतंकी लेकिन दुनिया के लिए शांति नोबेल शांति पुरस्‍कार के संभावित विजेता की दौड़ में मोहम्‍मद जुबैर और प्रतीक सिन्‍हा, शामिल ऑल्ट न्यूज़ फैक्‍ट चेकिंग की हो रही तारीफ !

भारत सरकार की नज़र में आतंकी लेकिन दुनिया के लिए शांति नोबेल शांति पुरस्‍कार के संभावित विजेता की दौड़ में मोहम्‍मद जुबैर और प्रतीक सिन्‍हा, शामिल ऑल्ट न्यूज़ फैक्‍ट चेकिंग की हो रही तारीफ !

विश्व के सबसे प्रतिष्ठित नोबेल शांति पुरस्‍कार का शुक्रवार को नार्वे की राजधानी ओस्‍लो में ऐलान किया जाएगा। रायटर्स के सर्वेक्षण के मुताबिक इस साल जिन लोगों के नाम सबसे ऊपर चल रहे हैं, उनमें भारत की फैक्‍ट चेकिंग वेबसाइट अल्‍ट न्‍यूज के संस्‍थापक प्रतीक सिन्‍हा और मोहम्‍मद जुबैर भी शामिल हैं। नोबेल शांति पुरस्‍कार के विजेता का चयन नार्वे के नोबल समिति के 5 सदस्‍यों की ओर से किया जाएगा। इन सभी पांचों सदस्‍यों की नियुक्ति नार्वे की संसद ने की है। भारत के प्रतीक सिन्‍हा और मोहम्‍मद जुबैर के अलावा विश्‍व स्‍वास्‍थ्‍य संगठन, म्‍यांमार की राष्‍ट्रीय एकता सरकार, बेलारूस की विपक्षी नेता सवितलाना भी शामिल हैं।

नोबेल शांति पुरस्कार का एलान सात अक्तूबर को होना है। प्रतिष्ठित मीडिया हाउस टाइम की रिपोर्ट में दावा किया जा रहा है कि इस पुरस्कार के दावेदारों में तीन भारतीय शामिल हैं। जिन लोगों को शांति के लिए नामित किया गया है, उनमें आल्ट न्यूज के सह-संस्थापक प्रतीक सिन्हा, मोहम्मद जुबैर और भारतीय लेखक हर्ष मंदर शामिल हैं।

 

दिल्ली पुलिस की ओर से दर्ज एफआईआर के अनुसार, जुबैर को इस साल जून में 2018 में उनके एक ट्वीट के लिए गिरफ्तार किया गया था, जो “अत्यधिक भड़काऊ और घृणा फैलाने वाला” था. दिल्ली पुलिस ने उन पर धर्म के आधार पर कई समूहों के बीच दुश्मनी को बढ़ावा देने और धार्मिक भावनाओं को आहत करने के लिए जानबूझकर काम करने का आरोप लगाया था. फैक्ट चेकर जुबैर की गिरफ्तारी वैश्विक स्तर पर चर्चा का विषय बन गई और कई जगह इसको लेकर विरोध भी जताया गया.

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