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टिक टोक बैन कर लाल आँख वाली सरकार का नया कारनामा ,देश की सुरक्षा के लिए सबसे बड़ा खतरा बने चीन को अडानी ने देश की आंतरिक सुरक्षा वाले रणनीतिक महत्व के बेहद महत्त्वपूर्ण प्रोजेक्ट में किया शामिल !

टिक टोक बैन कर लाल आँख वाली सरकार का नया कारनामा देश की सुरक्षा के लिए सबसे बड़ा खतरा बने चीन को अडानी ने देश की आंतरिक सुरक्षा वाले रणनीतिक महत्व के बेहद महत्त्वपूर्ण प्रोजेक्ट में किया शामिल !

कांग्रेस ने आज अडानी समूह पर देश विरोधी गतिविधि में शामिल होने का आरोप लगाया है। पार्टी नेता सुप्रिया श्रीनेत ने कहा कि अडानी ने कई रणनीतिक रूप से अहम प्रोजेक्ट में एक संदिग्ध चीनी फर्म को शामिल किया, जो एक देश विरोधी गतिविधि है। उन्होंने अडानी मामले पर खामोशी के लिए पीएम मोदी पर हमला बोलते हुए कहा कि एक अमर प्रेमकथा है जिसके मुख्य किरदार मोदी-चीन और अडानी हैं। यही वजह है कि पीएम मोदी, अडानी के साथ चीन को भी बचाना चाहते हैं, लेकिन अब परत-दर-परत भेद खुल रहा है।


 

कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष और मोदी सरकार अब अडानी मामले को लेकर देश में सबसे मुखर आवाज़ राहुल गाँधी ने ट्वीट कर लिखा “PMC Projects – ‘प्रधानमंत्री चीनी’ प्रोजेक्ट्स?

भारत के महत्वपूर्ण बंदरगाहों, हवाई पट्टियों, रेलवे पटरियों और बिजली लाइनों का निर्माण और नियंत्रण एक चीनी कंपनी द्वारा क्यों किया जा रहा है?

वंही दूसरी और कांग्रेस प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत ने आरोप लगाया है की अडानी ने जिस चीनी फर्म को देश के रणनीतिक रूप से अहम प्रोजेक्ट्स में शामिल किया है, उसका नाम ‘पीएमसी प्रोजेक्ट्स’ है और यह कंपनी अडानी एंटरप्राइजेज के परिसर से ही चलती है। कांग्रेस के मुताबिक इस चीनी फर्म का मालिकाना हक एक चीनी नागरिक मॉरिस चांग के पास है। मॉरिस चांग के पिता चांग चुंग-लिंग गौतम अडानी के भाई विनोद अडानी के करीबी मित्र और बिजनेस पार्टनर हैं।

कांग्रेस ने आरोप लगाया कि अडानी ने जिस चीनी फर्म को देश के रणनीतिक रूप से अहम प्रोजेक्ट्स में शामिल किया है, उसका नाम ‘पीएमसी प्रोजेक्ट्स’ है और यह कंपनी अडानी एंटरप्राइजेज के परिसर से ही चलती है। कांग्रेस के मुताबिक इस चीनी फर्म का मालिकाना हक एक चीनी नागरिक मॉरिस चांग के पास है। मॉरिस चांग के पिता चांग चुंग-लिंग गौतम अडानी के भाई विनोद अडानी के करीबी मित्र और बिजनेस पार्टनर हैं।

सुप्रिया श्रीनेत ने कहा कि परत दर परत पर्दा उठता जा रहा है और भेद खुलता जा रहा है। अब समझ में आया कि 19 जून को प्रधानमंत्री ने क्लीन चिट क्यों दी थी, बिना पलक झपकाए इस देश से झूठ क्यों बोला था कि ‘कोई घुसा हुआ नहीं है’, क्योंकि अगर क्लीन चिट नहीं देते, तो ये टिंग साहब अडानी जी के साथ मिलकर व्यापार कैसे करते। इनकी कंपनी अडानी जी के परिसर से कैसे चलती।

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