राष्ट्रीय
असम में मानवाधिकार को ताक पे रख मोइनुल हक़ की छाती में गोलियां दागने से दिल्ली की रोहिणी कोर्ट में हुई गैंगवार गृहमंत्री को देश के हालात की कोई चिंता नहीं गृहमंत्री केवल चुनावी रणनीति व् चुनावी राज्यों के दौरों के लिए !
गृहमंत्री केवल चुनावी रणनीति व् चुनावी राज्यों के दौरों के लिए !
देश के कोने-कोने से हर रोज दिल को दहला देने वाली अपराधिक घटनाओं के मामले देखने को मिल रहे हैं। मध्य प्रदेश में चूड़ी वाले की पिटाई,टेम्पो से बांधकर युवक की हत्या से लेकर असम में मानवाधिकार को ताक पे रख मोइनुल हक़ की छाती में गोलियां दागने और फिर दिल्ली की रोहिणी कोर्ट में हुई गैंगवार देश में अपराध का स्तर काफी बढ़ गया है !
लेकिन देश के गृहमंत्री किसी मामले को लेकर गंभीर नहीं दिखाई देते .गृह मंत्रालय की गृहमंत्री व् की नाकामी के चलते देश में हालत नारकीय हो चले है लेकिन गृहमंत्री को केवल चुनावी राज्यों में दिलचस्पी है ना की देश के हालात में किसी घटना को लेकर गृह मंत्रालय या गृहमंत्री का एक बयान सामने नहीं आया जिस से अपराधियों के होंसले बुलंद है !