मोदी सरकार के 8 वर्षों के दौरान देश की 71 % जनता को पोषक भोजन तक नसीब नहीं !
मोदी सरकार के 8 वर्षों के दौरान देश की 71 % जनता को पोषक भोजन तक नसीब नहीं !
सेंटर फॉर साइंस एंड इन्वायरनमेंट (CSE) और डाउन टू अर्थ (DTE) पत्रिका की संयुक्त रिपोर्ट में बेहद भयावह जानकारी सामने आई है। रिपोर्ट में कहा गया है कि चूंकि 71% देश की जनता को फल, सब्जियां, फलियां, मूंगफली और साबुत अनाज खाने को नहीं मिल पा रहा है, इसलिए उन्हें सांस की बीमारियां, डायबिटीज, कैंसर, लकवे और दिल की बीमारियां हो रही हैं।
रिपोर्ट में कहा गया है कि देश में स्वास्थ्यवर्धक भोजन की कीमतें प्रति व्यक्ति आय के मुकाबले 63% तक बढ़ी है। संयुक्त राष्ट्र खाद्य व कृषि संगठन (FAO) के मुताबिक इनका खर्च वहन कर पाना लोगों की क्षमता से बाहर हो रहा है। CSE और डाउन टू अर्थ की रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि पिछले एक साल में उपभोक्ता खाद्य मूल्य सूचकांक में 327% का इजाफा हुआ है। इसी के कारण उपभोक्ता मूल्य सूचकांक में भी 84% का उछाल आया है। भारत में अप्रैल महीने की खुदरा महंगाई दर 7.79% रही है।
एक वयस्क भारतीय को, जिसकी उम्र 20 साल से अधिक हो, अपने भोजन में रोज 200 ग्राम फल को शामिल करना चाहिए, लेकिन उन्हें मिल रहा है केवल 35.8 ग्राम फल। यही हाल सब्जियों का है, जो रोजाना वयस्कों के पेट में केवल 168.7 ग्राम ही पहुंच रही हैं, जबकि इनकी निर्धारित मात्रा 300 ग्राम है।