मेरा बेटा बस एक ही न्यूज चैनल देखता था,शायद इससे उसपर बुरा असर पड़ा”बुल्ली बाई” डील्स के मुख्य आरोपी के पिता का बयान !
मेरा बेटा बस एक ही न्यूज चैनल देखता था,शायद इससे उसपर बुरा असर पड़ा”बुल्ली बाई” डील्स के मुख्य आरोपी के पिता का बयान !
बुल्ली बाई ऐप मामले में दिल्ली पुलिस ने बुधवार को मुख्य आरोपी नीरज बिश्नोई को असम के जोरहाट से गिरफ्तार किया। डीसीपी( इंटेलिजेंस फ्यूजन एंड स्ट्रैटेजिक ऑपरेशंस यूनिट) केपीएस मल्होत्रा ने नीरज को मुख्य साजिशकर्ता बताया है। पुलिस के मुताबिक गिटहब प्लेटफॉर्म पर बुल्ली बाई ऐप को उसी ने बनाया और साथ ही उसने ट्वीटर हैंडल @bullibai_सहित अन्य हैंडल बनाए हैं।
द् क्विंट से बातचीत के दौरान मुख्य आरोपी नीरज बिश्नोई के पिता दशरथ बिश्नोई ने बताया कि “मेरे बेटे को दसवीं कक्षा में 86 प्रतिशत अंक मिलने पर असम सरकार की तरफ से एक लैपटॉप मिला था। तब से वह हमेशा अपने लैपटॉप पर रहता है। वह इसका इस्तेमाल पढ़ाई के लिए करता है। आप जोरहाट में हमारे किसी भी पड़ोसी से पूछ सकते हैं। मेरे बेटे का रिकार्ड बहित अच्छा है। “
उन्होंने द् क्विंट को आगे बताया कि “मैंने अपनी पूरी जिंदगी कड़ी मेहनत की ताकि मैं अपने बच्चों को शिक्षित कर सकूं। जब पुलिस नीरज को ले जा रही थी तो मैंने उसे गालियां दी और कहा कि उसने परिवार का नाम खराब कर दिया है। लेकिन मुझे पता है कि उसने कुछ भी ऐसा नहीं किया जिसका उस पर आरोप लगाया जा रहा है” दशरथ ने कहा।
बता दें 21 वर्षीय नीरज बिश्नोई भोपाल के वेल्लोर इंस्टियूट ऑफ टेक्नोलॉजी(वीआईटी) में बी.टेक( कंप्यूटर साइंस) के दूसरे वर्ष का छात्र है। गिरफ्तारी के बाद ही नीरज के कॉलेज ने उसे निकाल दिया है। गुरूवार को वीआईटी के कुलपति ने एक आदेश जारी किया जिसमें कहा गया – “नीरज को विश्वविद्यालय और संस्थान के नाम को बदनाम करने के मद्देनजर अगली सूचना तक तत्काल प्रभाव से निलंबित किया जाता है”।
उनका बेटा एक न्यूज चैनल देखता था शायद इसका कुछ असर हुआ हो
21 वर्षीय नीरज अपने मां-बाप और दो बड़ी बहनों के साथ असम के जोरहाट में रहता है। उसके पिता दशरथ ने बताया कि- “जब बुधवार रात 11 बजे पुलिस मेरे घर पहुंची तो मैं हैरान हो गया,मेरे पैरों के नीचे से जमीन खिसक गई। मंगलवार की रात नीरज को नींद नहीं आई और बुधवार को वह रात के 10 बजे तक बिस्तर पर था। मैंने अपने बेटे को कभी इस्लामोफोबिक या सेक्सिस्ट टिप्पणी करते नहीं सुना। आज पूरे दिन घर में किसी ने नहीं खाया,हमें नहीं पता कि हमें क्या करना है”। “उनका बेटा एक न्यूज चैनल देखता था। और शायद इसका उस पर कुछ असर हुआ हो, उसने एक साल पहले ही उस चैनल को देखना बंद कर दिया था”